सरकारी ओहदेदारों ने पुराना शहर श्रीनगर के इलाक़ों में कर्फ़यू जैसी तहदीदात नाफ़द करदी ताकि एतिदाल पसंद हुर्रियत कान्फ्रेंस के मुजव्वज़ा जुलूस को नाकाम बनाया जाये।
उन्होंने एहतियाती इक़्दाम के तौर पर पार्टी के सदर नशीन मीर वाइज़ उमर फ़ारूक़ को उनकी क़ियामगाह पर नज़रबंद कर दिया। पुलिस के तर्जुमान के बमूजब क़ानून-ए-ताज़ीराते हिंद की दफ़ा 144 के तहत एहतियाती इक़्दाम के तोर पर शहर के पाँच पुलिस स्टेशनों की हुदूद में तहदीदात नाफ़द की गई हैं।
दरीं असना मीर वाइज़ को उनके कई साथी क़ाइदीन के साथ उनकी क़ियामगाहों पर नज़रबंद कर दिया गया जिन में अब्दुलग़नी भट्ट ,आग़ा सय्यद अली सफवी, मौलवी अब्बास अंसारी और शाहिदुल-इस्लाम शामिल हैं।
मीर वाइज़ ने शहर के क़लब से जुलूस निकालने का ऐलान किया था जो शेर कश्मीर पार्क में जल्सा-ए-आम में तबदील होजाने वाला था। अवामी ऐक्शण कमेटी की पचास वीं सालगिरा के मौक़े पर ये जलूस निकाला जा रहा था।