श्रीलंका मुस्लिम कांग्रेस की हुकूमत से अलाहिदगी

श्रीलंका में सब से बड़ी मुस्लिम जमात आज हुकूमत से अलाहिदगी अख़्तियार करने और जनवरी में होने वाले सदारती इंतिख़ाबात में अपोज़ीशन की ताईद का एलान किया है। ये ऐसा इक़दाम है जो सदर राजा पक्से को इस ओहदा पर रिकॉर्ड तीसरी मर्तबा कामयाबी की कोशिशों में एक बड़े धक्का के तौर पर देखा जा रहा है।

श्रीलंका मुस्लिम कांग्रेस (एस एल एम एस) के लीडर रऊफ़ हकीम ने कहा कि सदारत पर दो मीयादों की हद की बर्ख़ास्तगी और सदर राजा पक्से को ग़ैर मामूली अख़्तियारात देने से मुताल्लिक़ 2010 के क़ानून पर पैदा शूदा इख़्तिलाफ़ात के नतीजा में उन्हों ने हुकूमत से अलाहिदगी अख़्तियार की है।

श्रीलंका मुस्लिम कांग्रेस के लीडर रऊफ़ हकीम ने कहा कि हम ने मुशतर्का उम्मीदवार माइतरी पाला सेरी सेना की ताईद का फैसला किया है। उन्हों ने कहा कि हम ने इस तरमीम की ताईद के लिए अपनी ग़लती को अब महसूस किया है। इस तरमीम से 17वीं तरमीम की तंसीख़ हो गई है।

रऊफ़ हकीम ने कहा कि वो राजा पक्से हुकूमत में वज़ीरे इंसाफ़ के ओहदा से मुस्ताफ़ी हो चुके हैं। इस तरह वज़ीर सनअत और तिजारत रुशाद बदीआ उद्दीन के बाद मुस्ताफ़ी होने वाले दूसरे मुस्लिम वज़ीर बन गए हैं। उन्हों ने कहा कि उन की पार्टी अब असल अपोज़ीशन यूनाइटेड नेशनल पार्टी से बात चीत करेंगे।