श्रीलंका में चीनी निर्माण परियोजना के खिलाफ हिंसक प्रदर्शन

कोलंबो: श्रीलंका में चीन को बंदरगाह और औद्योगिक केंद्र का निर्माण करने की अनुमति देने के खिलाफ होने वाले प्रदर्शन में कई लोग घायल हो गए हैं।

Facebook पे हमारे पेज को लाइक करने के लिए क्लिक करिये

बीबीसी की खबरों के अनुसार राजधानी कोलंबो से 240 किलोमीटर दक्षिण पूर्व में स्थित तटीय शहर ह्म्बंटोटा में एक योजना के तहत ग्रामीण क्षेत्रों के हजारों निवासियों को बेदखल किया जाएगा। पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर आंसू गैस का इस्तेमाल किया जिस से इस संबंध में आयोजित समारोह में देरी हुई जिसमें प्रधानमंत्री रनील विक्रमा संघे ने भाग लेना था। इस परियोजना के विरोधियों का कहना है इससे क्षेत्र केवल एक चीनी कॉलोनी बन कर रह जाएगा।

श्रीलंकाई सरकार बंदरगाह के क्षेत्र को एक ऐसी कंपनी को 99 वर्षीय लीज़ पर देने की योजना तय कर रही है जिसके 80 प्रतिशत शेयरों का मालिकाना हक़ चीन के पास है। पास के इलाके को एक औद्योगिक क्षेत्र के रूप में इस्तेमाल किया जहां चीनी कंपीनियों को कारखानों का निर्माण करने के लिए आमंत्रित किया जाएगा।सरकार का कहना है कि स्थानीय लोगों को नई जगह प्रदान की जाएगी।

गौरतलब है कि इस बंदरगाह का निर्माण चीन से श्रीलंका में निर्माण परियोजनाओं के संबंध की कड़ी है। चीन श्रीलंका में वर्ष 2009 में 26 वर्षीय नागरिक युद्ध के अंत के बाद निर्माण परियोजनाओं में करोड़ों डॉलर खर्च कर चुका है।विशेषज्ञों के अनुसार चीन की यह निवेश तेल समृद्ध मध्य पूर्व और यूरोपीय देशों की ओर ‘समुद्री सिल्क रूट’ का हिस्सा है।