कोलंबो, 02 अप्रैल ( पी टी आई ) श्रीलंका में एक मुस्लिम ताजिर की कपड़ों की दूकान पर हमला करने की पादाश में तीन बुद्धिस्ट राहिबों को गिरफ़्तार किया गया है । ये हमला श्रीलंका में भी मज़हबी कशीदगी की अक्कासी करता है । बौद्व राहिब म्यांमार में मुसलमानों के नसली सफाया की मुहिम में मसरूफ़ हैं। कहा गया है कि चार दिन क़ब्ल एक हुजूम ने जिस में बौद्व राहिब भी शामिल थे कोलंबो के मुज़ाफ़ात में एक फैशन क्लॉथ स्टोर पर हमला करते हुए वहां तोड़ फोड़ की और उसे नज़र-ए-आतिश कर दिया था ।
इस सिलसिला में तीन राहिबों को आज गिरफ़्तार किया गया है । पुलिस तर्जुमान ओ सुप्रीटेंडेंट बेसुरी वर्दीना ने ये बात बताई । पुलिस ने बताया कि तीन राहिबों ने ख़ुद सुपुर्दगी इख्तेयार कर ली जिस के बाद उन्हें गिरफ़्तार कर लिया गया । उन्हें कल मजिस्ट्रेट के सामने पेश किया जाएगा । उन्होंने कहा कि मज़ीद हमलावरों की गिरफ़्तारी के लिए तहकीकात जारी हैं। कहा गया है के छः राहिबों को हफ़्ते के दिन ही पुलिस तहवील में दे दिया गया था । ये तहवील 2 अप्रैल तक थी । उनकी शनाख़्ती परेड कल होने वाली है ।
इस हमला के बाद सदर श्रीलंका महिंदा राज पकसे ने कहा कि उनकी हुकूमत मुल्क में नसली यह मज़हबी तख़रीब कारी की इजाज़त नहीं देगी । उन्होंने बौद्व अक्सरियत को मश्वरा दिया था कि वो दूसरों के हुक़ूक़ का तहफ़्फ़ुज़ करे । उन्होंने कहा कि ये एक जमहूरी मुल्क है । गैर बुद्धिस्टों को भी मुसावी हुक़ूक़ और आज़ादी है । हम बुद्धिस्टों के मुफ़ादात का तहफ़्फ़ुज़ करते हैं और बुद्धिस्टों की ये ज़िम्मेदारी है कि वो दूसरों के हुक़ूक़ का तहफ़्फ़ुज़ करें। बुद्धिस्ट ग्रुप बोडो बाला सेना की जानिब से मुसलमानों को निशाना बनाया जा रहा है । श्रीलंका में दस फ़ीसद से कुछ कम आबादी मुसलमानों की है ।