चेन्नई
हिन्दुस्तानी माही ग़ैरों को डाकू क़रार देने पर डी एम के का एतराज़
श्रीलंका के वज़ीरे आज़म विक्रमा सिन्घे के इस बयान पर कि इस मुल्क की आबी सरहदों की ख़िलाफ़वरज़ी पर हिन्दुस्तानी माही ग़ैरों को गोली मार दी जाएगी। सख़्त तन्क़ीद करते हुए डी एम के ने आज कहा कि श्रीलंका के दौरा सीएन क़ब्ल वज़ीरे आज़म नरेंद्र मोदी के मुँह पर ये एक तमांचा है।
सदर डी एम के एम करूणानिधि ने बताया कि वज़ीरे आज़म श्रीलंका ने हिंद मुख़ालिफ़ ये बयान इसे वक़्त दिया है जब हमारे वज़ीरे आज़म नरेंद्र मोदी आइन्दा हफ़्ते इस मुल्क का दौरा करने वाले हैं। क़ब्ल अज़ीं विक्रमा सिन्घे ने एक तमिल टी वी चैनल को दिए गए एक इंटरव्यू में कहा था कि अगर कोई मेरा मकान तोड़ कर अंदर दाख़िल होगया तो में उसे गोली मार दूंगा और अगर वो हलाक होगया तो क़ानून मुझे उस की इजाज़त देता है।
करूणानिधि ने इस बयान की मज़म्मत करते हुए कहा कि इस तरह के तबसरों से मसाइल हल होने की बजाय मज़ीद पेचीदा होजाते हैं । उन्होंने कहा कि ये वज़ीरे ख़ारिजा सुषमा स्वराज की ज़िम्मेदारी है कि माही ग़ैरों के मसले को इंसानी बुनियादों पर रुजू कराने कि क़ानूनी तरीका से निमटा जाये।
डी एम के लीडर ने कहा कि माही ग़ैरों के लिये ये मुम्किन नहीं है कि समुंद्र के वस्त में बेन उल-अक़वामी सरहदों की निशानदेही करे । और विक्रमा सिन्घे की जानिब से हिन्दुस्तानी माही ग़ैरों को डाको से तशबेहा देने पर उन्होंने शदीद एतराज़ किया और बताया कि ये उन की रोटी रोज़गार का मसला है और क़ानून उन्हें मार देने की इजाज़त देता है तो ये हैरत अंगेज़ है।