लोक सभा के साबिक़ स्पीकर पी ए संगमा ने आज सदारती इंतिख़ाब ( राष्ट्रपती चुनाव) की दौड़ में इनकी ताईद करने पर बी जे पी से इज़हार-ए-तशक्कुर किया और एन डी ए की हलीफ़ ( मित्र) जमातों जे डी (यू) और शिवसेना से भी ताईद ( मदद) करने की अपील की जो अब तक संगमा की मुख़ालिफ़त ( विरोध) करते रहे हैं।
संगमा ने इलावा अज़ीं ( इसके अतिरिक़्त) वज़ीर-ए-आला मग़रिबी बंगाल ममता बनर्जी से भी अपील की है कि वो उनकी हिमायत करें। सदारती इंतिख़ाब के लिए पोलिंग 19 जुलाई को मुक़र्रर है। बी जे पी के संगमा की ताईद के ऐलान के फ़ौरी बाद संगमा ने ऐलान किया कि उन्हें जया ललीता और नवीन पटनायक की ज़बरदस्त हिमायत हासिल है जो बिलतर्तीब टामलनाडो और ओडीशा के ताक़तवर वुज़राए आला हैं।
संगमा ने वाज़िह तौर पर कहाकि उन्होंने एन सी पी और मेघालय असेंबली की रुकनीयत से इस्तीफ़ा दे दिया है जिससे ये ज़ाहिर हो जाता है कि पी ए संगमा सदारती दौड़ में शामिल रहने इंतिहाई संजीदा ( अत्यधिक गँभीर) हैं। इस मौक़ा पर मिस्टर संगमा ने मज़ीद कहा कि वो किसी वाहिद पार्टी के उम्मीदवार नहीं हैं बल्कि उन्हें दो ज़बरदस्त वुज़राए आला की ताईद (मदद/ समर्थन) भी हासिल है जिस के लिए वो उन के बेहद शुक्र गुज़ार हैं।
यही नहीं बल्कि वो बी जे पी के भी शुक्र गुज़ार हैं जिस ने बिलआख़िर मेरी ताईद का मौक़िफ़ इख़तियार ( निश्चय) किया है। उन्होंने कहाकि बी जे पी के इलावा दीगर ( दूसरी) पार्टीयों जैसे अकाली दल, जे एम एम और दीगर ( अन्य) छोटी जमातों ने भी अपनी मुकम्मल ताईद ( पूरा सर्थन) का तयक्कुन ( यकीन) दिया है।
इनका कहना है कि वो एन डी ए के फ़ैसला के आगे अपना सर तस्लीम ख़म करेंगे (सर झुकायेंगे)। अब जबकि शिवसेना और जे डी (यू) जिन्होंने एन डी ए से अलग मौक़िफ़ ( जगह/ निश्चय) इख़तियार किया है, में इनसे अपील करता हूँ कि वो भी अगर अपनी ताईद मेरे हक़ में दें तो मेरी जीत यक़ीनी है।
जब उन से ये पूछा गया कि क्या ममता बनर्जी की तृणमूल कांग्रेस उन की ताईद ( समर्थन) करेगी क्योंकि ममता बनर्जी की पहली पसंद मिस्टर कलाम थे लेकिन अब उन के दस्तबरदार ( अलग ) हो जाने के बाद हो सकता है कि पार्टी संगमा की जानिब अपनी तवज्जा मर्कूज़ (मेहरबानी) करे।