संसद हाउज़ के बाहर डिप्टी स्पीकर का विरोध कावेरी मुद्दे पर केंद्र सरकार के रुख पर आपत्ति

नई दिल्ली: तमिलनाडु में आज सत्तारूढ़ अन्ना द्रमुक ने केंद्र पर कावेरी जल वितरण की समस्या को राजनीतिक रंग देने का आरोप लगाया है और कहा है कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर पुनर्विचार के लिए पेश पसंदीदा याचिका से अस्वीकरण अपनाया जाए। डिप्टी स्पीकर लोकसभा एम थंबनेल दो राय के नेतृत्व अन्ना द्रमुक सांसदों ने आज संसद हाउज़ से प्रधानमंत्री कार्यालय साउथ ब्लॉक तक एक विरोध रैली (मार्च) निकाला जबकि 49 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल प्रधानमंत्री से मुलाकात की अनुमति से इनकार कर दिया गया था।

पीएमओ कार्यालय के पास सुरक्षा दल ने मार्च रोक दिया। इस अवसर पर थंबनेल दो राय ने कहा कि केंद्र सरकार राजनीतिक खेल में व्यस्त है और पानी की गंभीर समस्या पर राजनीति की जा रही है। डिप्टी स्पीकर ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट में कुल पेशकश याचिका वापस ली जाए और कावेरी प्रबंधन बोर्ड का गठन किया जाए और सुप्रीम कोर्ट के निर्णय और कानून का पालन करने केंद्र की जिम्मेदारी है। बाद में एक 7 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल ने पीएमओ के अधिकारियों से मुलाकात कर एक ज्ञापन प्रस्तुत किया।

सीएम बी फार्म के लिए प्रधानमंत्री से बचाव की गुजारिश की गई। अन्ना द्रमुक सांसदों ने ज्ञापन में आरोप लगाया किया कि केंद्र सरकार का रुख तमिलनाडु और किसान समुदाय के हितों के खिलाफ है हमें यह जानकर सदमा कि केंद्र सरकार ने सुप्रीम कोर्ट के आदेश की समीक्षा के लिए एक याचिका दायर की है।