सऊदी अरब का नया क़ानून हिंदुस्तानी वर्कर्स के मुफ़ाद में

जद्दा, 26 मई: ( पी टी आई ) सऊदी अरब के वज़ीर ए ख़ारेजा प्रिंस सऊद अल-फ़ैसल ने अपने मुल्क में नाफ़िज़ किए जाने वाले निताकत क़ानून के ताल्लुक़ से हिंदुस्तान के अंदेशों को दूर करने की एक कोशिश के तौर पर कहा कि जो तरीका कार राइज किया जा रहा है वो हिंदुस्तानी वर्कर्स के मुफ़ाद ही में है ।

वज़ीर ए ख़ारेजा हिंदुस्तान सलमान ख़ूर्शीद ने आज अपने सऊदी हम मंसब प्रिंस सऊद अल-फ़ैसल से बात चीत की । इस मौके पर निताकत क़ानून और सऊदी अरब में ग़ैर क़ानूनी तौर पर मुक़ीम अफ़राद की शनाख़्त की मुहिम पर तफ़सीली बात चीत हुई । इस के इलावा दोनों क़ाइदीन ने इलाक़ाई बैनुल अक़वामी और बाहमी मसाइल पर भी बात चीत की जिन में तवानाई सेक्युरिटी इन्सेदाद-ए-दहशतगर्दी तआवुन में इज़ाफ़ा और शाम और ईरान की सूरत-ए-हाल भी शामिल है ।

सलमान ख़ूर्शीद के साथ बात चीत के बाद एक मुशतर्का प्रेस कान्फ्रेंस से ख़िताब करते हुए सऊद अल-फ़ैसल ने कहा कि हम ने इन इक्दामात के ताल्लुक़ से बात चीत की है जो हिंदुस्तानी वर्कर्स ही के मुफ़ाद में हैं। उन्होंने कहा कि जो कोई वर्कर बाक़ायदा दस्तावेज़ के बगैर आता है वो उसे यहां लाने वालों के रहम-ओ-करम पर होता है ।

ख़ूर्शीद ने कहा कि इस काम में जो मुश्किलात पेश आने वाली हैं उनको दूर करने की ज़रूरत है और उन्हें इत्मीनान बख्श तरीका से दूर किया जा रहा है ।

फैसल ने कहा कि अब गैरकानूनी तौर पर मुक़ीम अफ़राद को क़ानूनी ऐतबार से बेहतर दूसरी मुलाज़मत तलाश करने का मौक़ा दस्तयाब रहेगा । उन्होंने कहा कि जो लोग मुतबादिल मुलाज़्मत तलाश नहीं कर सकेंगे उन्हें अपने वतन को वापस जाना होगा ।