क़तर के विदेश मंत्री मोहम्मद बिन अब्दुर्रहमान ने अरब देशों की दोग़ली नीतियों की कड़े शब्दों में निंदा की है। प्राप्त रिपोर्ट के मुताबिक़, क़तर के विदेश मंत्री मोहम्मद बिन अब्दुर्रहमान ने कहा कि क्षेत्र में अरब देशों की दोग़ली नीतियों के कारण ही आतंकवाद को बढ़ावा मिल रहा है।
पार्स टुडे डॉट कॉम के अनुसार, उन्होंने कहा कि कुछ अरब देश एक ओर तो आतंकवाद के ख़िलाफ़ कार्रवाई का दावा कर रहे हैं जबकि दूसरी ओर वह स्वयं अरब राष्ट्रों को अपनी आतंकवादी नीतियों एवं कार्याहियों से निशाना बना रहे हैं।
क़तर के विदेश मंत्री ने कहा कि हम त्रिपोली और सनआ में हवाई हमलों की क़डे शब्दों में निंदा करते हैं। उन्होंने कहा कि आम नागरिकों को हवाई हमलों में निशाना बनाना और उन्हें मौत के घाट उतारना, खुला आतंकवाद नहीं है तो क्या है?
दूसरी ओर अल-जज़ीरा न्यूज़ नेटवर्क के अध्यक्ष ने कहा है कि क़तर के ख़िलाफ़ कुछ अरब देशों द्वारा लगाया गया प्रतिबंध, फ़ार्स की खाड़ी सहयोग परिषद के सदस्य देशों के विश्वास को समाप्त कर रहा है।
अल-जज़ीरा न्यूज़ नेटवर्क के अध्यक्ष हमद बिन सामिर आले सानी ने अल-जज़ीरा चैनल की 13वीं वार्षिक बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि इधर कुछ वर्षों में जिस तरह की ग़ैर-क़ानूनी एवं ग़ैर मानवीय कार्यवाहियां कुछ अरब देशों द्वारा की गईं हैं उससे क्षेत्र सहित पूरी दुनिया में फ़ार्स की ख़ाड़ी सहयोग परिषद की विश्वसनीयता पर प्रश्न चिंह लग गया है और क्षेत्र की जनता का भी भरोसा इस परिषद से उठ गया है।
ज्ञात रहे कि गत 5 जुलाई 2017 को सऊदी अरब, बहरैन, संयुक्त अरब इमारात और मिस्र ने क़तर पर आतंकवाद का समर्थन करने का आरोप लगाकर उसके साथ अपने कूटनैतिक और आर्थिक संबंध तोड़ लिए थे। क़तर हमेशा इन आरोपों का कड़ाई से खंडन करता रहा है।