बहर-ए-अहमर की तह से जादू केलिए निकाली जाने वाली अशीया की तलब में ज़बरदस्त इज़ाफ़ा रियाज़। 19 अक्तूबर(एजैंसीज़) अब तक ये समझा जाता रहा था कि अरब में ज़ईफ़ उल अतक़ादी (कमज़ोर अकीदा )कम पाई जाती है जबकि अफ़्रीक़ा और बर-ए-सग़ीर हिंद के मुस्लमानों में ये लानत बड़ी हद तक स्रावित करगई है मगर अब सऊदी अरब जैसे मुक़द्दस इलाक़ा में भी जादू टोना की लानत आम होने लगी है शायद इस के ज़िम्मेदार अफ़्रीक़ा और बर्र-ए-सग़ीर हिंद के तारकीन-ए-वतन ही हूँ मगर अब सऊदी बाशिंदे भी इस की लपेट में आचुके हैं। सऊदी ग़ोता ख़ोरों ने शुमाल मग़रिब तबूक रीजन में बहर-ए-अहमर की तहा से जादू-ओ-सह्र में इस्तिमाल किए जाने वाले तावीज़-ओ-गुंडे बरामद किए हैं। अरबी रोज़नामा उलवतन मैं शाय एक इत्तिला के बमूजब कमीशन फ़ार विरचो ऐंड परीवनशन आफ़ वाइस ( मज़हबी पुलिस) के एक ओहदेदार ने जिस ने ग़ोता ख़ोरों की ख़िदमात हासिल कीं कहा कि ये अशीया कम अज़ कम 22 जादू टोना के केसिस के लिए इस्तिमाल करने के बाद समुंद्र में फेंक दी गई थीं। एक और वाक़िया में एक सऊदी साहिरा को गुज़शता पीर को जुनूबी असीर रीजन से गिरफ़्तार किया गया। कमीशन के ओहदेदारों ने काला जादू के लिए इस्तिमाल की जाने वाली अशीया के इलावा 98 सऊदी ख़ानदानों पर मबनी एक फ़हरिस्त को ज़बत किया जो इस 50 साला सऊदी ख़ातून की जादूगरी के मुश्तबा शिकार हैं। ममलकत के मुख़्तलिफ़ ख़तों से काला जादू और सह्र के बढ़ते वाक़ियात की इत्तिलाआत के दरमयान ये वाक़ियात मंज़रे आम पर आए हैं। बैरूनी शहरीयों ख़ासकर चंद अफ़्रीक़ी और एशियाई ममालिक से ताल्लुक़ रखने वालों ने ख़तीर मुनाफ़ा कमाने इस कारोबार में उतर पड़े हैं। डायरैक्टर आफ़ डिपार्टमैंट शेख़ अबदुल्लाह अलजरबा ने गल्फ़ न्यूज़ से बातचीत करते हुए बताया कि कमीशन के ओहदेदारों ने ममलकत में जादू टोना के ज़ाइद अज़ 586 केसिस का पता चलाया है। उन्हों ने कहा कि सिर्फ जुदा में ही जारीया साल के आग़ाज़ से सुफली इलम के 50 केसिस वक़ूअ पज़ीर हुए हैं। ये तादाद ख़तरनाक अलामत है। सरहदी ख़ित्ते ख़ासकर क़िरअत के शुमाली रीजन के इलावा क़नफ़ोदा और जुदा के जुनूब मग़रिबी शहरों को साहिरों ने अपना मर्कज़ बना रखा है। अलजरबा के मुताबिक़ ऐसी सरगर्मीयों के लिए बदनाम 9 मराकज़ की सख़्त निगरानी की जा रही है। ऐसी गै़रक़ानूनी सरगर्मीयों में मुलव्वस गिरफ़्तार अफ़राद में ज़्यादा तर अफ़्रीक़ी और इंडोनेशियाई हैं। चंद इंडोनेशियाई ख़ादिमाओं ने अपने आजिरों को नुक़्सान पहुंचाने की बदनीयती से काला जादू करने की कोशिश की है। सऊदी हुक्काम सह्र और काला जादू के इल्ज़ाम में मुजरिम क़रार पाने वालों को सख़्त सज़ाएं बशमोल सज़ाए क़ैद हत्ता कि क़तल की सज़ाएं तजवीज़ कररहे हैं।