सऊदी में खु़फ़ीया अमरीकी अड्डों से यमन पर ड्रोन हमले

वॉशिंगटन, 07 फरवरी: इंसानी हुक़ूक़ तंज़ीम ने इन्किशाफ़ किया है कि सऊदी अरब में वाक़े अमरीकी जासूस इदारा सी आई ए के खु़फ़ीया फ़िज़ाई अड्डों से यमन में एक ड्रोन हमले के ज़रिये अलक़ायदा लीडर अनवरुल औलक़ी, उन के 16 साला बेटे और एक कारकुन समीर ख़ां को हलाक किया गया था।

अलावा अज़ीं दुनिया भर के 54 मुख़्तलिफ़ मुल्कों ने जिन में अक्सर अरब-ओ-दीगर मुस्लिम मुमालिक शामिल हैं, अपने मुश्तबा शहरीयों की गिरफ़्तारी में सी आई ए की खु़फ़ीया मदद की थी या फिर ख़ुद उन्हें पकड़ कर बैरूनी हुकूमतों के हवाले किया था। न्यूयार्क टाईम्स ने एक इंसानी हुक़ूक़ तंज़ीम के हवाले से ये सनसनीखेज़ इन्किशाफ़ भी किया है कि मशरिक़ वुस्ता में इसराईल के बाद अमरीका के दूसरे सबसे बड़े और कलीदी हलीफ़ मुल्क सऊदी अरब में अमरीका के खु़फ़ीया फ़िज़ाई अड्डे क़ायम किए गए हैं जहां से यमन और दीगर अरब पड़ोसी मुल्कों पर ड्रोन हमले किए जाते हैं।

2011 में ऐसी ही एक कार्रवाई में अलक़ायदा के मुश्तबा इंतिहापसंद अमरीकी शहरी अनवरुल औलक़ी को यमन में हलाक किया गया था। ये इन्किशाफ़ात एक ऐसे वक़्त हुए हैं जब ड्रोन हमलों और ख़ुद अमरीका में मुश्तबा अमरीकी शहरियों पर खु़फ़ीया नज़र रखने के अलावा ओबामा इंतिज़ामीया के तरीका-ए-कार पर की जाने वाली तन्क़ीदों में ज़बरदस्त इज़ाफ़ा हुआ है।