ख़ादिमुल हरमैन अश्शरीफ़ैन शाह सलमान बिन अब्दुल अज़ीज़ ने कहा है कि ममलकत के किसी भी शहरी को बादशाह और वलीअहद समेत शाही ख़ानदान के किसी भी फ़र्द के ख़िलाफ़ कोई शिकायत हो तो वो अदालत का दरवाज़ा खटखटा सकता है।
उन का कहना है कि आईन की रू से किसी को कोई तहफ़्फ़ुज़ हासिल नहीं है और सब लोग मुसावी हैं। शाह सलमान बिन अब्दुल अज़ीज़ ने इन ख़्यालात का इज़हार गुज़िश्ता रोज़ जद्दा में आला हुकूमती ओहदेदारों के इजलास से ख़िताब में किया।
इजलास में वलीअहद शहज़ादा मुहम्मद बिन नाइफ़ बिन अब्दुल अज़ीज़ भी मौजूद थे। इस मौक़ा पर शाह सलमान ने कहा कि बाअज़ ममालिक के बादशाहों और सरब्राहाने ममलकत को आईनी तहफ़्फ़ुज़ हासिल होता है और कोई आम शहरी उन के ख़िलाफ़ अदालती चाराजोई नहीं कर सकता।
यहां ऐसा नहीं है, कोई भी सऊदी शहरी जिसे बादशाह, वलीअहद या हुक्मरान ख़ानदान के किसी फ़र्द के ख़िलाफ़ कोई शिकायत हो तो वो अदालत में दावा दायर कर सकता है।
शाह सलमान ने अवाम और हुक्मरान तबक़े को किताबुल्लाह और सुन्नते रसूल पर अमल करने की तलक़ीन की और कहा कि हर शख़्स अपनी अपनी ज़िम्मेदारीयों को एहसास जवाबदेही के साथ अंजाम दे।