सचिन और रेखा की मुसलसल गैरहाज़िरी पार्लियामेंट की तौहीन

क्रिकेट के साबिक़ माया नाज़ खिलाड़ी सचिन तेंदुलकर और बाली वुड अदाकारा रेखा पर आज राज्य सभा में ज़बरदस्त तन्क़ीद की गई क्योंकि दोनों ने अब तक बिलतर्तीब तीन और सात बार ही ऐवान में हाज़िरी दी है जबकि उन्हें नामज़द किए हुए दो साल का अर्सा गुज़र चुका है। सी पी आई (ऐम) के पी राजीव ने इस मौज़ू को उठाया और ये जानने की कोशिश की कि मशहूर-ओ-मारूफ़ हस्तीयों के ऐवान से गैरहाज़िर रहने की आख़िर क्या वजूहात हैं? क्या उन्होंने गैरहाज़िर रहने की पहले से इजाज़त ले रखी है? इस सवाल पर नायब सदर नशीन पी जे कोरियन ने कहा कि राजीव ने ये मामला पहले भी उठाया था लेकिन कोई ख़िलाफ़वरज़ी नहीं हुई।

दस्तूर हिंद के आर्टीकल 104 के मुताबिक़ अगर कोई भी रुकन पार्लियामेंट राज्यसभा या लोक सभा से ज़ाइद अज़ 60 अय्याम ग़ैर हाज़िर रहता है तो वो नशिस्त मख़लवा तसव्वुर की जाती है। जहां तक सचिन तेंदुलकर का सवाल है तो वो 40 दिनों तक पार्लियामेंट से गैरहाज़िर रहे और रेखा की गैरहाज़िरी के अय्याम सचिन से भी कम हैं।

कोरियन ने कहा कि सचिन तेंदुलकर को ऐवान-ए-बाला के लिए अप्रैल 2012 में नामज़द किया गया था और उन्होंने तीन दिनों तक सैशन में शिरकत की। आख़िरी बार सचिन तेंदुलकर ऐवान में 19 फरव‌री 2019 को हाज़िर हुए थे। रेखा के बारे में कोरियन ने कहा कि उन्होंने सात अय्याम तक सैशन में शिरकत की और आख़िरी बार उन्होंने भी 19 फ़रव‌री 2014 को शिरकत की थी। याद रहे कि कल पार्लियामेंट के बाहर एन सी पी लीडर डी बी त्रिपाठी ने भी इस मौज़ू को उठाया था। कोरियन ने कहा कि वो सचिन को बहैसीयत क्रिकेटर और रेखा को बहैसीयत ऐक्ट्रस बेहद पसंद करते हैं लेकिन में सिर्फ़ इतना कहना चाहूंगा कि बहैसीयत रुकन राज्यसभा दोनों से जो तवक़्क़ुआत वाबस्ता थीं उन की तकमील नहीं हुई।

अपने बरताओ और मुसलसल गैरहाज़िरी से सचिन और रेखा ने पार्लियामेंट और दस्तूर हिंद की तौहीन की है। ऐसे लोगों को बावक़ार ऐवान के लिए सिरे से नामज़द किया ही नहीं जाना चाहिए। मुझे उन दीगर ऐम पीज़‌ पर तरस आता है जिन्होंने सचिन और रेखा के साथ तस्वीरें खिंचवाईं। कुछ दीगर अरकान ने भी अपने ख़्यालात का इज़हार करते हुए कहा कि सचिन तेंदुलकर को राज्यसभा के लिए ज़ाइद वक़्त दिए जाने की ज़रूरत है।