सज़ाए मौत से बचने वाले 17 हिंदूस्तानियों पर नया मुक़द्दमा

शारजा, 19 अक्टूबर (एजैंसीज़) एक पाकिस्तानी शहरी के क़तल के जुर्म में ख़तीर ख़ून बहा अदा करने के बाद सज़ाए मौत से बच जाने वाले 17 हिंदुस्तानियों के ख़िलाफ़ एक दीवानी मुक़द्दमा दर्ज किया जा रहा है क्योंकि उन्हों ने इसी केस में ज़ख़मी होजाने वालों को मुआवज़ा अदा करने से इनकार कर दिया।

इस केस में ज़ख़मी होजाने वालों की जानिब से मुआवज़ा के दावा की यकसूई करनेवाली मुसालहती कमेटी ने शारजा मैं सियोल कोर्ट से शिकायत को रुजू करदिया जबकि दोनों फ़रीक़ैन कमेटी की दूसरी समाअत पर मुफ़ाहमत पर आमादा नहीं हो पाई।

मुहम्मद सलमान ऐडवोकेटस ऐंड लीगल कन्सलटैंटस ने जिन की ख़िदमात हकूमत-ए-हिन्द ने 17 हिंदुस्तानियों के दिफ़ा केलिए हासिल की थीं मुसालहती कमेटी को मतला किया कि इन के मुवक्किलीन शिकायत कुनुन्दगान मुश्ताक़ अहमद और उन के भाई शाहिद इक़बाल को किसी किस्म का मुआवज़ा अदा करने पर आमादा नहीं हैं।

वकील दिफ़ा ने निशानदेही की कि क़ब्लअज़ीं अहमद से जरह की गई मगर वो 17 मर्दों में से किसी को भी पहचान नहीं पाया था जिन्हों ने इस पर और इक़बाल पर 2009 -ए-में दो टोलियों के तसादुम में हमला किया था। इन भाईयों ने इन 17 हिंदुस्तानियों की रिहाई से कुछ दिन क़बल दीवानी हर्जाना मैं 1.5 मुलैय्यन दिरहम के मुआवज़ा का मुतालिबा किया।