हैदराबाद 28 जनवरि: सदर तेलुगु देशम एन चंद्रा बाबू नायडू ने मज़ीद दो यौम के लिए अपनी पदयात्रा वस्तना मी कोसम (आरहा हूँ आप के लिए) मुल्तवी करदी है।
पिछ्ले यौम डॉक्टर्स के मश्वरा पर नायडू ने एक दिन के लिए अपनी पदयात्रा मुल्तवी की थी। ज़िला कृष्णा में डॉक्टर्स ने आज सदर तेलुगु देशम का मुकम्मल तिब्बी मुआइना करने के बाद उन्हें एक हफ़्ते के लिए आराम करने का मश्वरा दिया, जिस पर नायडू ने बताया कि उन के घुटने में दर्द के अलावा बाक़ी वो बिलकुल्लिया तौर पर सेहत मंद तसव्वुर कररहे हैं।
नायडू की नासाज़ई सेहत की इत्तिलाआत पिछ्ले 4 यौम से गशत कररही हैं। बताया जाता है कि नायडू के अफ़राद ख़ानदान के अलावा पार्टी सीनीयर क़ाइदीन भी नायडू को पदयात्रा रोक देने का मश्वरा दे रहे हैं।
जिसे नायडू ने कुबूल करने से इनकार कर दिया है। सदर तेलुगु देशम पार्टी ने जोकि 2 अक्टूबर ता 26 जनवरी पदयात्रा का मंसूबा तैयार किए हुए थे, 26 जनवरी को अपनी पदयात्रा इख़तताम के बजाय इस में तौसी देने का फ़ैसला किया था। 23 जनवरी को नायडू के पैर में दर्द की शिकायत पर इन का तिब्बी मुआइना किया गया और अफ़राद ख़ानदान ने इस बात पर दबाओ डालना शुरू किया कि वो 26 जनवरी तक यात्रा मुकम्मल करने के बाद एक माह के लिए कम अज़ कम यात्रा को रोक दें। लेकिन नायडू ने बजाय एक हफ़्ते के मज़ीद दो यौम आराम करने का फ़ैसला किया है। बताया जाता है कि नायडू 30 जनवरी को अपनी पदयात्रा का अहया करेंगे।
तेलुगु देशम पार्टी क़ाइद जी मोहन राव जोके नायडू की पदयात्रा में इब्तिदा-ए-से शामिल हैं, ने ज़राए इबलाग़ के नुमाइंदों को बताया कि नायडू के वज़न में कमी और पैरों में शदीद तकलीफ़ के बाइस डॉक्टर्स के मश्वरे पर उन्हों ने तीन यौम के लिए यात्रा मुल्तवी करने का फ़ैसला किया है।
नायडू ने अपनी यात्रा के दौरान ज़ाइदाज़ 10 अज़ला का अहाता करते हुए अब ज़िला कृष्णा में हैं जहां उन्हें ज़बरदस्त अवामी रद्द-ए-अमल हासिल होरहा है। जी मोहन राव ने इस बात की तौसीक़ की के नायडू के अफ़राद ख़ानदान के अलावा पार्टी सीनीयर क़ाइदीन भी नायडू की सेहत के मुताल्लिक़ फ़िक्रमंद हैं।
ईसी लिए उन से इस बात की ख़ाहिश कररहे हैं कि वो अपनी यात्रा एक माह के लिए मुल्तवी करदें। नायडू ने अपने अफ़राद ख़ानदान और पार्टी क़ाइदीन पर ये बात वाज़िह करदी है कि अगर अवामी मसाइल के हल और उन से आगही के लिए उन्हें अपनी जान भी गंवानी पड़ेगी तो वो इस के लिए तैयार हैं।
नायडू साबिक़ में शहि नशीन के मुनहदिम होने से ज़ख़मी होने के बावजूद भी यात्रा जारी रखी थी। डॉक्टर्स का कहना है कि ज़ख़मी होने के बावजूद पैदल दौरा जारी रखने के सबब नायडू के घुटने में शदीद तकलीफ़ की शिकायत पैदा हुई है।