सदारती(राष्ट पती) ओहदा के लिए संगमा की ताईद से पवार का इंकार

नई दिल्ली लोक सभा के साबिक़(पुर्व) स्पीकर पी ए संगमा एक अजीब सूरत-ए-हाल का शिकार होचुके हैं जिन्हें सदारती दौड़ में दो अपोज़ीशन जमातों बी जे डी और ऑल इंडिया अना डी एम के ने ताईद करने का वाय‌दा किया है लेकिन वो ख़ुद अपनी ही नेशनलिस्ट कांग्रेस पार्टी (एन सी पी) की ताईद से महरूम हैं और एन सी पी ने वाज़िह तौर पर(खुलेबंदों) उन की हिमायत करने से इनकार कर दिया है।

मिस्टर संगमा ने जिन्हों ने आज सुबह एन सी पी के सदर शरद पवार से मुलाक़ात की थी कहा है कि मिस्टर पवार ने उन्हें बताया कि एन सी पी, हुक्मराँ यू पी ए का एक हिस्सा है और इस मस्ले पर इन का मौक़िफ़(रवैया) यू पी ए के फ़ैससें के मुताबिक़ होगा। इस के साथ ही साथ मिस्टर पवार ने जो मर्कज़ी वज़ीर-ए-ज़राअत(खेतिबाडी मंत्री) भी हैं कहाकि मिस्टर संगमा की जानिब से पेश कि गइ तमाम तजवीजों पर गौर‌ किया जाएगा।

मिस्टर संगमा ने अपनी तरफ़ से सूरत-ए-हाल वाज़िह करने की कोशिश के तौर पर मिस्टर पवार से कहाकि वो भी इस पार्टी का हिस्सा हैं जो किसी कबायली लीडर को अगले सदर के तौर पर पेश करने की हिमायत करती है। ओडीशा के चीफ़ मिनिस्टर और बी जे डी के सदर नवीन पटनाइक के इलावा ऑल इंडिया अना डी एम के की सरबराह(प्रमुख) और टामिलनाडू की चीफ़ मिनिस्टर जया ललीता ने कहा है कि वो सदारती ओहदा के लिए संगमा की ताईद करेंगे।

चेन्नाई में जय‌ ललीता ने आज तमाम सयासी जमातों पर ज़ोर दिया कि वो अपने सयासी नज़रियात और वाबस्तगियों से बालातर होकर(उपर होकर) इस जलील-उल-क़दर मंसब के लिए किसी कबायली लीडर की ताईद करें। मिस जया ललीता ने कहाकि में तमाम सयासी जमातों से अपील करती हूँ कि वो सयासी वाबस्तगियों से बालातर होजाएं और संगमा की ताईद करें और इस बात को यक़ीनी बनाईं कि वो हिंदूस्तान के अगले सदर की हैसियत से मुंतख़ब हूँ।

संगमा ने कहाकि उन्हों ने चंद दुसरे क़ाइदीन के साथ मुख़्तलिफ़ सयासी जमातों के नुमाइंदों से बातचीत करचुके हैं और इस बात पर ज़ोर दिया गया कि अगले सदर के लिए किसी कबायली लीडर को आगे बढ़ाया जाये। संगमा के इलावा दुसरे कई कबायली क़ाइदीन हैं जिन में कारिया मूंडा (बी जे पी), मर्कज़ी वज़ीर किशवर चन्द्र देव (कांग्रेस) और साबिक़ मर्कज़ी वज़ीर अरविंद नेता भी काबिल-ए-ज़िकर हैं।

संगमा ने कहाकि कोई भी कबायली लीडर सदर बन सकता है और यही वो मक़सद है जिसे हम हासिल करने की कोशिश कर रहे हैं। शरद पवार की पार्टी कांग्रेस की क़ियादत में यू पी ए की एक अहम‌ हलीफ़ जमात है।