सदारती उम्मीदवार की ताईद का हनूज़ ( अभी तक) फ़ैसला नहीं किया गया: मायावती

सदारती उम्मीदवार के लिए जहां सरगर्मीयां तेज़ हो गई हैं वहीं बी एस पी सरबराह (वयवस्थापक) मायावती ने यू पी ए या एन डी ए उम्मीदवार के इंतिख़ाब (चुनाव) के ताल्लुक़ ( संबंध) से ग़ैर यक़ीनी कैफ़ीयत( हाल/दशा) को बरक़रार रखा। उन्होंने कहा कि पार्टी ऐसे उम्मीदवार की ताईद (मदद/हिमायत) करेगी जो बी एस पी के ख़ुतूत पर पूरा उतरता हो।

उन्होंने अख़बारी नुमाइंदों ( पत्रकारों) से बातचीत करते हुए कहा कि बी एस पी सदारती उम्मीदवार के मसला ( समस्या) पर तमाम जमातों पर नज़र रखे हुए है। सबसे पहले ये देखना होगा कि यू पी ए और एन डी ए के उम्मीदवार कौन होंगे। उन्होंने कहा कि यू पी ए और एन डी ए की जानिब से उम्मीदवारों के ऐलान के साथ ही बी एस पी अपना मौक़िफ़ (( निश्चय) पेश कर देगी।

उन्होंने वज़ीर फायनेंसस परनब मुकर्जी के यू पी ए उम्मीदवार के तौर पर पेश होने की सूरत में ताईद के ताल्लुक़ से पूछे गए सवाल का जवाब नहीं दिया। उन्हों ने कहा कि अब तक यू पी ए या एन डी ए उम्मीदवार के बारे में वाज़िह (स्पष्ट) मौक़िफ़ ( निश्चय) पेश नहीं किया गया है ऐसे में वो किसी मख़सूस ( खास) उम्मीदवार के बारे में किस तरह तब्सिरा ( ज़िक्र) कर सकती हैं।

उन्होंने कहा कि सदारती उम्मीदवार जो भी हो हम ये देखेंगे कि बी एस पी के ख़ुतूत पर पूरा उतरता है या नहीं। हम इसी उम्मीदवार की ताईद ( मदद) करेंगे जो हमारी पार्टी से मुताबिक़ता रखता है। बी जे डी और अना डी एम के की जानिब से एन सी पी लीडर पी ए संगमा को सदारती उम्मीदवार बनाए जाने के बारे में पूछने पर मायावती ने कहा कि उन्हें मीडीया रिपोर्टस से ये इत्तिला ( खबर) मौसूल (प्राप्त) हुई।

लोक सभा में बी एस पी के 21 और राज्य सभा में 15 अरकान ( सदस्य) हैं। इसके इलावा उत्तर प्रदेश असेंबली में पार्टी के 80 अरकान ( सदस्य) हैं। सदारती इंतेख़ाबात ( चुनाव) के लिए इलेक्ट्रोल कालेज में इसके वोटों की क़दर 43,723 है। जबकि इलेक्ट्रोल कालेज की मजमूई ( कुल मिला कर) क़दर 10,97,012 है।

सदारती इंतेख़ाब के लिए इलेक्ट्रोल कालेज लोक सभा, राज्य सभा और तमाम क़ानूनसाज़ असेंबलीयों पर मुश्तमिल (शामिल) होता है। जब उन से पूछा गया कि क्या बहुजन समाज पार्टी ग़ैर यू पी ए, ग़ैर एन डी ए इत्तेहाद ( एकता) का हिस्सा होगी। उन्होंने जवाब दिया कि बी एस पी ऐसे जाल में नहीं फंसने वाली है।

उन्होंने कहा कि हमारी पार्टी ने कभी इस बारे में सोचा भी नहीं और हम ऐसे किसी जाल में फंसने वाले नहीं हैं। लोक पाल बिल के बारे में मायावती ने कहा कि मर्कज़ ( केन्द्र) को चाहीए कि वो इस बिल को क़तई शक्ल देते हुए पार्लीमेंट ( स‍ंसद) में पेश करे।