लखनऊ। उत्तर प्रदेश में चुनाव के ऐलान के बाद समाजवादी पार्टी के भीतर कलह को सुलझाने के लिए अमर सिंह और शिवपाल यादव पार्टी छोड़ने को तैयार हैं। सूत्रों की मानें तो दोनों ही नेता पार्टी को छोड़ने के लिए तैयार हैं लेकिन मुलायम सिंह यादव अभी भी इस बात पर अड़े हैं कि उन्हें सपा के अध्यक्ष के पद से हटाया नहीं जा सकता है और वह अखिलेश से इस मुद्दे पर आमने-सामने की लड़ाई लड़ने के लिए तैयार हैं।
सूत्रों की मानें तो अखिलेश यादव के लिए शिवपाल सिंह यादव अपनी जसवंत नगर की सीट छोड़ने के लिए तैयार हैं, लेकिन मुलायम सिंह के विरोध के चलते दोनों ही नेताओं के फैसले को स्वीकार नहीं किया जा रहा है। मुलायम सिंह और शिवपाल आज दिल्ली पहुंच गए हैं और बैठक का दौर जारी है। दोनों ही नेता चुनाव आयोग में चुनाव चिन्ह को लेकर चल रहे विवाद के लिए आयोग से मुलाकात कर सकते हैं।
वहीं चुनाव की तारीख की घोषणा के साथ ही अखिलेश यादव पूरी तरह से एक्शन मोड पर हैं और उन्होंने शिवपाल यादव द्वारा बर्खास्त किए गए चार जिलाध्यक्षों को वापस ले लिया है और उन्हें फिर से पार्टी में जगह दी है। इन चारो जिलाध्यक्षों देवरिया से राम इकबाल यादव, कुशीनगर से रामअवध यादव, आजमगढ़ से हवलदार यादव और मिर्जापुर से आशीष यादव शिवपाल यादव ने बर्खास्त कर दिया था, लेकिन अखिलेश के इस कदम के बाद दोनों ही उनके गुट में शामिल हो गए हैं और ये चारों चुनाव की तैयारी में जुट गए हैं।
वहीं सपा परिवार में मचे घमासान को सुलझाने के लिए आजम खान अपनी अहम भूमिका निभा रहे हैं और उन्हें भी अभी उम्मीद है कि पार्टी के भीतर का घमासान खत्म हो जाएगा। आजम ने कहा कि मैं अभी नाउम्मीद नहीं हूं और यह सब क्यों हो रहा है यह किसी से छिपा नहीं है। उन्होंने कहा कि कुछ लोग नहीं चाहते हैं कि पार्टी एक बार फिर से साथ आए, मैं अपनी पूरी कोशिश कर रहा हूं। वहीं घर के विवाद पर अखिलेश यादव ने कहा कि प्रदेश की जनता ने मन बना लिया है कि सपा की सरकार आने वाली है।