समझौता ब्लास्ट में असीमानंद को क्लीन चिट देने की तयारी !

समझौता ब्लास्ट के करीब 9 साल बाद अब राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) इस मामले में आतंकी संगठन लश्कर का हाथ होने के संदेह जता रही है । इस मामले में असीमानंद भी मुख्य आरोपियों में शामिल हैं । शंका जताई जा रही है कि समझौता ब्लास्ट के तार लश्कर से जोड़कर राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ से जुड़े असीमानंद को क्लीन चिट देने की तैयारी हो चुकी है ।2007 के समझौता ब्लास्ट मामले में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने अब एक नए एंगल से जांच कर रही है। इस मामले में अब आतंकी संगठन लश्कर ऐ तैयबा का नाम शामिल कर नए सिरे से जांच की जा रही है ।

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द हिंदू की खबर के मुताबिक, आशंका है कि इस हमले में लश्कर के फायनेंसर आरिफ कासमानी का हाथ था। इस संबंध में अधिक जानकारी जुटाने के लिए अमेरिका से मदद मांगी जा रही है।

एनआईए महानिदेशक शरद कुमार ने अखबार को बताया कि मामले में लश्कर का हाथ होने को लेकर अमेरिका से जानकारी मांगी गई है। हाल ही में अमेरिका गए शरद ने म्युचुअल लीगल एसिसटेंस ट्रीटी (MLAT) के तहत आरिफ के संबंध में सूचनाएं मांगी हैं।

मालूम हो, समझौता ब्लास्ट के बाद ही देश में भगवा या हिंदू आतंकवाद का मुद्दा उठा था। फरवरी 2007 में हुए समझौता ट्रेन ब्लास्ट में 68 लोग मारे गए थे जिनमें अधिकांश पाकिस्तानी नागरिक थे। आतंकी वारदात के लिंक इंदौर से जुड़े थे।

वहीं 2008 में मालेगांव में हुए ब्लास्ट को लेकर भी अभिनव भारत से जुड़े लोगों को गिरफ्तार किया गया था। इस मामले में ताजा खबर यह है कि चार्जशीट ने हिंदू संगठन से जुड़े लोगों के नाम होने के बाद भी एनआईए ने नौ मुस्लिम युवकों को डिस्चार्ज किए जाने का विरोध किया है।

एनआईए इनकार कर रही है कि समझौता ब्लास्ट मामले में आरिफ की पड़ताल कर राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ से जुड़े मामले के मुख्य आरोपी असीमानंद को राहत पहुंचाने की कोशिश की जा रही है।

साभार: लोकभारत डॉट कॉम