महबूबनगर।06नवंबर,( एजैंसीज़) सरकारी दवा ख़ानों में डाक्टरों और दीगर अमले की लापरवाहियों की बातें तो कई बार सुनने में आई हैं लेकिन महबूबनगर मुस्तक़र के सरकारी दवाख़ाना में एक ऐसा दिलसोज़ वाक़िया पेश आया जिस में देवर कुदरा की मुतवत्तिन लक्ष्मी जो 8रोज़ क़बल ज़चगी केलिए सरकारी दवाख़ाना महबूबनगर में शरीक हुई थी, आठ रोज़ से मुसलसल दर्द के बावजूद ज़चगी नहीं होपाई, जिस की वजह से दवाख़ाना के अमले ने इस ग़रीब ख़ातून को दवाख़ाना से बाहर करदिया। इस ख़ातून की जानिब से लाख मिन्नत समाजत के बावजूद दवाख़ाना के अमले ने एक ना सुनी और उसे दुबारा दवाख़ाना में शरीक करने से इनकार करदिया जिस की वजह से ये हामिला ख़ातून दवाख़ाना के बाहर आई हुई थी कि इस को तेज़ दर्द होने लगे ओरलब सड़क उस की ज़चगी होगई जिस में इस ने दो जुड़वां बच्चों को जन्म दिया। हालात को देख कर राहगीरों ने उसे दुबारा दवाख़ाना में शरीक करते हुए दवाख़ाना के अमले के ख़िलाफ़ शदीद एहतिजाज किया। इत्तिला मिलने पर जवाइंट कलटर महबूबनगर ने दवाख़ाना पहुंच कर हालात का जायज़ा लिया और मुकम्मल तहक़ीक़ात की हिदायत दी.