सरकार को चुनावों के बाद बजट पेश करने के बारे में सोचना चाहिए: एस.वाई. कुरैशी

नई दिल्ली। 4 फरवरी को पहले चरण में पंजाब और गोवा में वोटिंग होगी। ठीक उससे तीन दिन पहले 1 फरवरी को केंद्र सरकार बजट पेश करने वाली है। इस मुद्दे को लेकर पूर्व मुख्य चुनाव आयुक्त एस वाई कुरैशी ने कहा कि केंद्र सरकार को चाहिए कि 1 फरवरी को वह लेखानुदान पेश करे। पांच राज्यों में चुनाव खत्म होने के बाद वह बजट पेश कर सकता है। कुरैशी ने कहा कि ज्यादातर मामलों में चुनाव के दौरान चुनाव आयोग राज्य सरकार को बजट की जगह लेखानुदान पेश करने को कहता है। लेकिन यहां मसला केंद्र का है और मुझे उम्मीद है कि केंद्र सरकार लोगों की भावनाओं का सम्मान करते हुए चुनाव के बाद बजट पेश करने का फैसला लेगी।

इस साल रेल बजट को भी आम बजट में शामिल कर दिया गया है। चुनाव को देखते हुए विपक्षी दल लगातार मांग कर रहा है कि बजट टाल देना चाहिए। क्योंकि बजट के जरिए सरकार चुनावी राज्यों की जनता को लुभाने की कोशिश करेगी। हालांकि सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि कानूनी रूप से इसमें कोई गलत नहीं है। संविधान और कानून के किसी भी नियम में नहीं लिखा है कि चुनाव से पहले बजट पेश नहीं किया जा सकता है।

साइकिल चुनाव चिन्ह को लेकर सपा में मचे घमासान पर पूर्व चुनाव आयुक्त ने कहा कि ज्यादा उम्मीद है कि चुनाव आयोग साइकिल चुनाव चिन्ह को फ्रीज कर देगा। दोनों दलों को तात्कालिक चुनाव चिन्ह दिया जाएगा जिसपर वे 2017 विधानसभा चुनाव लड़ेंगे।