इस्लामाबाद. नवाज शरीफ आतंकियों की बजाय अब मीडिया पर सख्ती दिखा रहे हैं। पाकिस्तान के मशहूर अखबार डॉन ने 6 अक्टूबर को फ्रंट पेज पर सूत्रों के हवाले से एक खबर छापी थी। यह सेना और सरकार के बीच टकराव के बारे में थी। इस खबर से शरीफ खफा हो गए हैं। उन्होंने सोमवार को अखबार पर कड़ा एक्शन लेने का ऑर्डर दिया है।नवाज शरीफ ने सोमवार को पीएम हाउस में आर्मी चीफ जनरल राहिल शरीफ को बुलाया। इस दौरान फाइनेंस मिनिस्टर इशाक डार, गृह मंत्री निसार अली खान, पंजाब प्रांत के सीएम शाबाज शरीफ और डीजी आईएसआई लेफ्टिनेंट जनरल रिजवान अख्तर शामिल हुए।
ऑफिशियल स्टेटमेंट के मुताबिक, ‘इस बैठक में नेशनल और रीजनल सिक्युरिटी पर चर्चा हुई। इसके अलावा पिछले हफ्ते डॉन में छपी खबर पर भी चर्चा की गई।’
‘मीटिंग में मौजूद सभी लोगों ने इस खबर को झूठा बताया। इस पर चिंता जताई। खबर में पिछले हफ्ते नेशनल सिक्युरिटी के मुद्दे पर हुई चर्चा का भी जिक्र था।’
शरीफ ने सोमवार को अपनी पार्टी पीएमएल-एन (पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज) की मीटिंग में कहा, ‘कश्मीरी अपने सेल्फ डिटर्मिनेशन (आत्मनिर्णय) की जंग लड़ लड़ रहे हैं। और पाकिस्तान इसमें उनका साथ देता रहेगा।’
कश्मीर मसले के लिए पाकिस्तान कमिटेड है। दुनिया की कोई ताकत कश्मीररियों की आजादी की जंग में हमें मदद करने से रोक नहीं सकती।’
शरीफ का यह बयान दोनों देशों के बीच उड़ी अटैक और सर्जिकल स्ट्राइक से बढ़े तनाव के बीच आया है।
18 सितंबर को उड़ी में हुए आतंकी हमले में भारत के 19 जवान शहीद हुए थे।
इसके बाद भारत ने जवाब कार्रवाई करते हुए 29 सितंबर को पीओके में सर्जिकल स्ट्राइक की थी। आतंकियों के 7 बंकर खत्म कर दिए गए थे। 38 आतंकी मारे गए थे।
इमरान से निपटने के लिए बुलाई थी मीटिंग: इमरान खान ने 30 अक्टूबर को इस्लामाबाद बंद का एलान किया है। यह बंद शरीफ और उनके परिवार पर लगे करप्शन के आरोपों को लेकर बुलाया गया है। इससे कैसे निपटा जाए, इसी पर चर्चा के लिए नवाज ने सोमवार को मीटिंग बुलाई थी।
शरीफ ने नेशनल सिक्युरिटी के मुद्दे पर चर्चा के लिए अार्मी चीफ राहिल शरीफ को पीएम हाउस बुलाया।
शरीफ ने यह भी कहा- कश्मीरियों के संघर्ष में मदद करने से पाकिस्तान को दुनिया की कोई ताकत नहीं रोक सकती।