किशनगंज। लगभग पुरा बिहार बाढ़ की चपेट में है। नेपाल में लगातार बारिश होने के कारण बिहार से गुजरने वाली सभी नदीयां उफान पर है। बिहार में भी बारिश ने कहर बरपा रखा है। इस बाबत किशनगंज के सासंद मौलाना असरारुल हक़ ने किशनगंज जिला प्रशासन और सरकार के रवैये से बेहद नाराजगी जताई है।
सांसद ने केंद्र और राज्य के नीतीश सरकार पर सीमांचल के बाढ़ पीड़ितों की अनदेखी करने का इल्ज़ाम लगाया है। सांसद का कहना है कि किशनगंज सहित पूरा सीमांचल बाढ़ में तबाह हो चुका है। किशनगंज में राहत कार्य अब तक शुरु नहीं कराई गयी है और न ही सरकार का कोई अमला दिलचस्पी दिखा रही हैं।
सांसद के मुताबिक उन्होंने 12 तारीख को इस बाबत सीएम और पीएम को पत्र भी लिखा था। लेकिन अब तक सरकार ने कोई पहल नहीं की है। सांसद ने कहा है कि इलाके में हर दिन हालात बद से बदतर होते जा रहे हैं।
किशनगंज नगर इलाके में लोगों को सुरक्षित स्थानों तक पहुंचाने का इंतजाम अब तक नहीं किया गया है। लोगों के सामने खाने पीने की समस्या बेहद खराब है। नगर के बालूबाड़ी और तेघरिया का सांसद हक़ ने दौरा किया, जहां पर अब भी लोग फंसे हुए थे, सांसद ने खुद पहल कर NDRF और स्थानीय प्रशासन की मदद से लोगों को बाहर निकलवाने का काम किया है।
मौलाना असरारुल हक़ का कहना है कि जब शहर का ये हाल है तो गांव में प्रशासन की पहुंच बिल्कुल ही नहीं है। उन्होंने राहत कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए हैं और जिले को सेना के हवाले के करने के लिए राज्य सरकार से मांग दुहराई है। मालूम हो कि बिहार में बाढ़ से मरने वालों की संख्या में लगातार वृद्धि हो रही है। जिसे तुरंत निपटने की जरूरत है।