साबिक़ सदर नकोला सरकोज़ी से गुज़श्ता रोज़ बारह घंटे तक अदालत में पूछगछ की गई। सरकोज़ी पर इल्ज़ाम है कि उन्हों ने 2007-की इंतिख़ाबी मुहिम के दौरान गै़रक़ानूनी इमदाद वसूल की। कहा जा रहा है कि उन्हों ने अरब पती ख़ातून लेलियान बटनकोर्ट से नक़द रक़म वाले लिफाफे वसूल किए थे।
साबिक़ फ़्रांसीसी सदर तक़रीबन डेढ़ लाख यूरो से मुताल्लिक़ ये इल्ज़ामात मुस्तर्द कर चुके हैं। फ़्रांसीसी क़ानून के मुताबिक़ इंतिख़ाबी मुहिम के लिए इन्फ़िरादी तौर पर 4,600 यूरो से ज़ाइद की रक़म नहीं दी जा सकती।