सरबराहान ख़िदमात पर हुकूमत को बदस्तूर भरोसा : अनटोनी

कशीदगी में कमी के मुम्किना आसार में वज़ीर-ए-दिफ़ा ए के अनटोनी ने आज बज़ाहिर फ़ौजी सरबराह वी के सिंह के ख़िलाफ़ कोई कार्रवाई को मुस्तर्द कर दिया लेकिन वज़ीर-ए-आज़म को उनके मकतूब के अफ्शा‍ के लिए ज़िम्मेदार लोगों के ख़िलाफ़ क़वानीन के तहत सख़्त तरीन कार्रवाई करने का अज़म किया।

उन्होंने इन्किशाफ़ किया कि इंटेलीजेन्स ब्यूरो से इस मकतूब के अफ्शा की तहक़ीक़ात के लिए कहा गया है, जिसमें आर्मी चीफ़ ने कहा था कि मुल़्क की सिक्योरिटी को जोखिम हो सकता है। अनटोनी ने कहा कि हुकूमत इसकी जड़ तक पहुंचेगी और इस क़ौम दुश्मन हरकत के पसेपर्दा अश्ख़ास का पता चलाएगी। तमाम तीनों ख़िदमात के सरबराहान को हनूज़ हुकूमत का एतिमाद हासिल है।

वो ख़िदमात अंजाम दे रहे हैं वर्ना, वो कैसे बरक़रार रह सकते हैं अनटोनी ने अख़बारी नुमाइंदों से ये बात कही जब इससे पूछा गया आया जनरल सिंह को हनूज़ हुकूमत का भरोसा-ओ-एतिमाद हासिल है। डीफेंस एक्सपो में मुनाक़िदा प्रेस कान्फ्रेंस में वज़ीर-ए-दिफ़ा से ये भी पूछा गया कि आया हुकूमत जनरल सिंह को मई में रिटायरमेंट तक बर्दाश्त करती रहेगी या उनसे मुताल्लिक़ सिलसिला वार तनाज़आत के पेशे नज़र उन्हें रुख़स्त पर चले जाने के लिए कहेगी।

वज़ीर मौसूफ़ के सर्विस चीफ्स पर एतिमाद के बारे में रिमार्कस कुछ ही देर बाद सामने आए जबकि जनरल सिंह ने जम्मू से जारी कर्दा एक ब्यान में कहा कि इन के मकतूब के अफ्शा को बड़ी ग़द्दारी समझा जाना चाहीए और इसके ज़रीया से सख़्त अंदाज़ में निमटना चाहीए। ये दोहराते हुए कि कोई भी मुहिब-ए-वतन हिंदूस्तानी हस्सास नौईयत की मुरासलत के अफ़शा-ए-में मुलव्वस नहीं होगा क्योंकि इससे सिर्फ दुश्मनों को मदद मिलेगी, अनटोनी ने कहा कि तहक़ीक़ात की रिपोर्ट जल्द अज़ जल्द दस्तयाब कराई जाएगी।

इन्होंने कहा मैं आप को यक़ीन दिलाता हूँ कि हम इस मुआमले को यूं ही नहीं छोड़ देंगे। हम हर मुम्किना सुई करते हुए हक़ीक़ी ख़ातियों का पता चलाएंगे जिन्होंने ये क़ौम दुश्मन हरकत की है और उन्हें ताअज़ीरात-ए-हिंद के तहत आज़म तरीन सज़ा दी जाएगी। जब से वो उम्र के मसला पर क़ानूनी लड़ाई हार गए, जनरल सिंह हुकूमत के साथ टकराव की राह पर चल पड़े हैं और मीडीया को इंटरव्यूज़ देते हुए दावे किए कि उन्हें एक ग़ैर मयारी दिफ़ाई मुआमलत को तए कराने केलिए 14 करोड़ रुपय रिश्वत की पेशकश की गई।

इस मसला पर तूफ़ान जारी ही था कि वज़ीर-ए-आज़म को मौसूमा इनके राज़ के मकतूब के अफ़शा-ए-ने पारलीमेंट्रीस (parlementeries) और सयासी जमातों को मुश्तइल कर दिया, जिनमें से बाअज़ ने उनकी बरतरफ़ी का मुतालिबा किया है। आज हुकूमत को एक और पशेमानी में दिल्ली के एक अख़बार ने अपनी इशाअत में कहा है कि जनरल सिंह ने एक तृणमूल कांग्रेस एम पी की लेफ्टीनेंट जनरल दलहीर सिंह सोहग के ख़िलाफ़ करप्शन की शिकायत सी बी आई से रुजू कर दी है, जबकि लेफ्टीनेंट जनरल दलहीर की कमान में दीमपोर के 3 कॉर्प्स हैं और वो जनरल सिंह के जांनशीन के बाद फ़ौजी सरबराह की क़तार में हैं।