डाओस 25 जनवरी (पी टी आई) हिंदुस्तान के वज़ीर शहरी तरक्कीयात कमल नाथ ने जो आलमी मआशी फ़ोर्म के इजलास में हिंदुस्तानी वफ्द की क़ियादत कर रहे हैं, कहा कि ग़ैर मुल्की सरमायाकारों को हिंदुस्तान से बहुत ज़्यादा तवक़्क़ोआत हैं।
बेशक हिंदुस्तान में मआशी सरगर्मीयां तात्तुल का शिकार नहीं हैं, लेकिन हद से ज़्यादा तवक़्क़ोआत भी मुनासिब नहीं हैं।
क़र्ज़ से दबे हुए ममालिक के बारे में उन्हों ने हिंदुस्तानी काश्तकारों की ख़ुदकुशी के तज़किरा पर जवाबी वार करते हुए कहा कि वो नहीं जानते कि मआशी बोहरान की वजह से क़र्ज़ के बोझ से दबे हुए ममालिक में किस को ख़ुदकुशी करना चाहीए।