क़ौमी सलामती के मुशीर शिव शंकर मेनन ने आज कहा कि हिंदुस्तान और चीन ने सरहद के पेचीदा मसले पर बाहमी मुज़ाकरात में ताहाल की गई पेशरफ़्त पर मुशतर्का इत्तिफ़ाक़-ओ-मुफ़ाहमत की है जो एक मुंसिफ़ाना, वाजिबी और बाहमी तौर पर मुत्तफ़िक़ा सरहदी ख़त की तैयारी से मुताल्लिक़ तरीका कार फ़राहम करेगी।
वाज़िह रहे कि मिस्टर शिव शंकर मेनन और उनके नामज़द चीनी हम मंसब डाई हंगू के माबेन बात चीत के ताज़ा तरीन मरहला में ये मुफ़ाहमत हुई है । मिस्टर मेनन ने कहा कि डाई और मैने सरहदी मसला के तसफ़ीया से मुताल्लिक़ बात चीत के चौकठ पर बाहमी सूझबूझ से इत्तिफ़ाक़ किया है ।
मेनन और डाई ने सरहदी मसला पर गुज़श्ता रोज़ तकरीबन छः घंटों तक तीन मरहलों में बात चीत की । जिसकी तफ़सीलात बयान करते हुए मिस्टर मेनन ने कहा कि क़बल अज़ीं मुत्तफ़िक़ा तीन मरहलों के सरहदी मुज़ाकरात , फ़िलहाल दूसरे मरहले में हैं । पहला मरहला , रहनुमा उसूलों की तदवीन से मुताल्लिक़ था ।
हिंद चीन सरहदी मसला की यकसूई के लिए रहनुमा उसूलों की तदवीन से 2005 में इत्तिफ़ाक़ किया गया था । दूसरा मरहला सरहदी मसला की यकसूई के मुज़ाकरात का चौखटा तैयार करना था । मिस्टर मेनन ने कहा कि एक मर्तबा चौखटा तैयार हो जाने के बाद ही एक इसी सरहद खींचने के असल काम पर पेशरफ़्त कर सकते हैं जो मुंसिफ़ाना , वाजिबी और बाहमी तौर पर काबिल ए कुबूल होगी ।
उन्होंने मज़ीद कहा कि हम दूसरे मरहले के दरमियान हैं मुशतर्का सूझबूझ के लिए हम ने जो कुछ कोशिश की थी आज वही कह रहे हैं । मजमूई तौर पर जब हम अपने ताल्लुक़ात को देखते हैं और जब सरहद पर देखते हैं कि हमने फिलहाल कई काबिल लिहाज़ पेशरफ़्त की है और हमने ताल्लुक़ात को भी बख़ूबी निभाया है ।
सरहद पुरअमन है और हम मसला के हल की सिम्त पेशरफ़्त कर रहे हैं । मिस्टर मेनन ने मेज़बान वज़ीर ख़ारिजा यांग जी से भी मुलाक़ात की और आज वो अपना दौरा चीन ख़त्म कर रहे हैं ।
