सरहद पर मुसलसल सफ़ आराई के दौरान हिन्दुस्तान और चीन आज एक फ्लैग मीटिंग मुनाक़िद कररहे हैं ताकि इस मसले की यकसूई होसके। चीन की दरख़ास्त पर फ्लैग मीटिंग लद्दाख के इलाक़ा चोशोल में मुनाक़िद की जा रही है। हिन्दुस्तान ने मुतालिबा किया है कि लद्दाख के इलाक़ा चूमर में 10 सितंम्बर से पहले की सूरत-ए-हाल बहाल की जाये।
हिन्दुस्तान दरीं असना अपना एक ख़ुसूसी नुमाइंदा मुक़र्रर करेगा जिस का मुतालिबा सदर चीन के गुज़िश्ता हफ़्ता दौरा-ए-हिंद के मौक़े पर सरहदी मसले पर बातचीत के दौरान किया गया था ताकि ख़ित्ता हक़ीक़ी क़बज़ा का ताय्युन किया जा सके। लद्दाख में गुज़िश्ता साल अप्रैल में दीप सांग के वाक़िया के इआदा के पेशे नज़र ज़राए का ख़्याल है कि चीन एक बार फिर हिन्दुस्तान की बाज़ सरहदी चौकों को जो चूमर के इलाक़े में क़ायम हैं, बर्ख़ास्त करने का मुतालिबा करेगा।
चीनी फ़ौजी चूमर के इलाक़े में अपने खे़मे गाड़ चुके हैं और उनके हेलीकॉप्टरस फ़ौजीयों के लिए ग़िज़ाई पैकिट्स की सरबराही कररहे हैं। इस इलाक़े में दो हफ़्ते क़बल कशीदगी पैदा होगई थी जबकि बाज़ चीनी कारकुन अपनी सिम्त एक सड़क तामीर कररहे थे लेकिन सरहद पार करके हिन्दुस्तानी इलाक़े में दाख़िल होगए थे और उन्होंने दावा किया था कि वो हिन्दुस्तानी इलाक़े में 5 किलो मीटर के फ़ासिले तक तबली के मुक़ाम तक सड़क तामीर करेंगे जिस के उन्हें अहकाम मिल चुके हैं। मौसम-ए-सर्मा में चीनी फ़ौजीयों ने घुड़सवार फ़ौज के साथ इस इलाक़ा में दाख़िल होने की कोशिश की थी और इस के बाद मुसलसल इस इलाक़े में दरअंदाज़ी की कोशिश करते रहे हैं।