सर्वे का वतनियत से कोई ताल्लुक़ नहीं : हुकूमत

तेलंगाना में 19 अगस्त को होने वाले सर्वे के ख़िलाफ़ मुख़्तलिफ़ गोशों और सियासी जमातों की तन्क़ीद-ओ-मुज़म्मत के बावजूद टी आर एस हुकूमत ने इस ( सर्वे ) के एहतेमाम के मंसूबे पर पेशरफ़त का फ़ैसला करलिया है।

सरकारी ज़राए ने कहा कि इस सर्वे से अवाम की वतनियत का कोई ताल्लुक़ नहीं है। क़ब्लअज़ीं किए गए एलान के मुताबिक़ बिशमोल हैदराबाद तेलंगाना के तमाम अज़ला में सर्वे होगा लेकिन ये वज़ाहत भी की गई हैके जो लोग दुसरे रियासतों या बैरून-ए-मुल्क मुक़ीम हैं उन्हें सर्वे के लिए अपने आबाई टाउंस या गांव वापिस आने की ज़रूरत नहीं है।

यहां ये बात काबिल-ए-ज़िकर हैके चीफ़ मिनिस्टर के चन्द्रशेखर राव‌ पहले ही ये वाज़िह करचुके हैंके सर्वे के मौके पर अपने घर पर मौजूदगी में नाकाम अफ़राद हुकूमत की सरकारी इस्कीमात से इस्तेफ़ादा से महरूम होजाएंगे।

राशन कार्ड्स , आरोग्य श्री ग़रीबों के लिए घर जैसी कई सरकारी इस्कीमात में बड़े पैमाने पर बदउनवानीयों का इन्किशाफ़ हुआ है और टी आर एस हुकूमत सिर्फ़ ये चाहती हैके हुकूमत की इन सरकारी इस्कीमात से इस्तेफ़ादा करने वालों की वाज़िह तफ़सीलात जमा की जाएं।चीफ़ मिनिस्टर ने कहा कि उनकी हुकूमत झूटी इस्कीमात पर एक रुपय भी ख़र्च नहीं करेगी और इस इस्कीमात में पाई जाने वाली ख़ातियों की इस्लाह की जाएगी।

चीफ़ मिनिस्टर ने हाल ही में ये भी कहा था कि हक़ीक़ी तौर पर मुस्तहिक़ अवाम को सफ़ैद राशन कारडज़ , आरोग्य श्री , इमकना की सहूलतें और आराज़ीयात फ़राहम की जाएंगी।