हैदराबाद, 16 नवंबर (रास्त) उस्मानिया यूनीवर्सिटी में इंजीनीयरिंग के तालिब इलम मिर्ज़ा अली रज़ा वलद मिर्ज़ा हसन रज़ा सरज़मीन दक्कन से उभरता एक और नया सितारा है। 17 साला मिर्ज़ा अली के कमउमरी में ही कारहाए नुमायां बिलाशुबा दूसरे नौजवानों केलिए तहरीक का सबब बन सकते हैं। मिर्ज़ा अली उस वक़्त उस्मानिया यूनीवर्सिटी के शोबा इंजीनीयरिंग में CSE के होनहार और वाहिद मुंतख़ब मुस्लिम तालिब आलम हैं। वो एमीननट स्कूल संतोष नगर में नर्सरी से जमात दहम () तक 92% ता 98% निशानात लेकर हमेशा क्लास टॉपर रही।
स्कूली तालीम के दौरान ही टाइप राईटिंग (लोअर ग्रेड) के टेसट में भी अव्वल दर्जा पाया। अली ने कराटे में बुराॶन बेल्ट भी हासिल किया। क़ुरआन मजीद की तजवीद के साथ ख़ुश लिहिन क़रा॔त करना भी सीखा और वो अच्छे क़ारी भी हैं। इस होनहार नौजवान FITJEE NIT के इमतिहान में भी आला निशानात हासिल करते हुए एक रिकार्ड बनाया। कमउमरी ही से पाँच वक़्त की नमाज़ों के पाबंद मिर्ज़ा अली ने नहज अलबलाग़ा से भी मुख़्तलिफ़ मुक़ाबलों में इनामात हासिल करते हुए दीनी-ओ-मज़हबी मुआमले में भी अपनी सलाहीयतों का सबूत पेश किया।
मिर्ज़ा अली जिन्हें दो साल की उम्र में दर शहवार हॉस्पिटल में बच्चों के हुस्न-ओ-सेहत-ओ-तुंद रस्सी के मुक़ाबलों में इनाम दोम मिला था, उन्हों ने फ़िल्म इंडस्ट्री वालों को भी मुतास्सिर किया। चुनांचे पुरकशश-ओ-ख़ूबसूरत मिर्ज़ा अली बचपन से अब तक कई हिन्दी, तेलगु फिल्मों, सीरीयलस, इश्तिहारात में काम करचुके हैं, जिन में सोपर स्टार शाहरुख ख़ान के साथ वीडियोकॉन का इश्तिहार और मशहूर तेलगो ऐक्टर पवन कल्याण के साथ पेप्सी और प्रिय फ़ूड के इश्तिहारात नुमायां हैं।