महकमा फ़ारसट की जानिब(तरफ) से 10 सालों में एक मर्तबा जंगल के दरख़्तों के बारे में तफ़सीली तौर पर सर्वे किया जाता है ताके महकमा फ़ारसट में होने वाले नुक़्सानात और फ़ायदा के बारे में जानकारी की जाय ।
इस सिलसिले में डीवीझ़नल फ़ारसट ऑफीसर तर विमल रेड्डी की निगरानी में सर पर टावन के वीमपली ग्राम पंचायत सर पर टावन के जंगलों में फ़ारसट ओहदेदारों की जानिब से सर्वे के कामों का आग़ाज़ अमल में आया है ।
इस फ़ारसट ओहदेदारों के सर्वे टीम की निगरानी डिप्टी फ़ारसट रेंज ऑफीसर तिरूपति और फ़ारसट सेक्शन ऑफीसर मुहम्मद शरीफ़ कररहे हैं । उन के अलावा इस फ़ारसट सर्वे टीम में सर पर टावन फ़ारसट ऑफीसरस सुधाकर मुहम्मद ख़्वाजा संतोष कुमार शंकर के अलावा फ़ारसट ओहदेदारों की कसीर(ज़ियदा) तादाद मौजूद थी ।
इस मौके पर फ़ारसट ओहदेदारों की जानिब(तरफ) से तफ़सीली तौर पर दरख़्तों की कटवाई और शजरकारी(झड लगाना) दरख़्तों के फ़वाइद और नुक़्सानात के बारे में तफ़सीली तौर पर सर्वे किया जा रहा है ।
इस मौके पर फ़ारसट सेक्शन आफ़सीर मुहम्मद शरीफ़ ने कहा के 10 साल में एक मर्तबा जंगल में फ़ारसट ओहदेदारों की जानिब से जंगल का मुकम्मल सर्वे किया जाता है ।