सहाफ़ती मैदान में छोटे और मुतवस्सित अख़बारात की ख़िदमात भी अहम

हैदराबाद 1 दिसम्बर : ( प्रेस नोट ) : प्रेस कौंसल आफ़ इंडिया के चीयरमैन जस्टिस मारकंडे काटजू ने कहा कि छोटे और मुतवस्सित अख़बारात , सहाफ़त की अहम ख़िदमात अंजाम दे रहे हैं । वो ऑल इंडिया इस्माल एंड मीडियम न्यूज़ पेपरज़ फेडरेशन के सालाना इजलास से मुख़ातब थे । जो दिल्ली में हुआ । उन्हों ने कहा कि बड़े क़ौमी अख़बारात ज़्यादा तर शहरी इलाक़ों तक महिदूद रहते हैं जब कि छोटे अख़बारात कस्बों और गाव में आम लोगों को अहम वाक़ियात से आगाह करते हैं और राय आम्मा को मुतास्सिर करते हैं । जस्टिस काटजू ने कहा कि हुकूमत को उन की हिम्मतअफ़्ज़ाई करनी चाहीए और उन की मदद के लिये आगे आना चाहीए ।

मिस्टर पवन कुमार बंसल वज़ीर पारलीमानी उमूर ने कहा कि मीडिया को अहम मौज़ूआत पर अवामी बेदारी पैदा करने के लिये कलीदी रोल अदा करना चाहीए और इस तरह क़ौमी तामीर में अपनी ज़िम्मेदारी निभानी चाहीए । मिस्टर राजीव शुक्ला मुमलिकती वज़ीर पारलीमानी उमूर ने सहाफ़ीयों को यक़ीन दिलाया कि वो छोटे अख़बारों के मसाइल को पार्ल्यमंट में उठाएंगे । DAVP के डायरैक्टर जनरल मिस्टर फ्रैंक नरोनहा ने छोटे और मुतवस्सित अख़बारों की अवामी ख़िदमात की सताइश की और इस बात पर ज़ोर दिया कि इन अख़बारों को महिकमा के बनाए हुए उसूलों की पूरी तरह पाबंदी करनी चाहीए।

और अपनी इशाअत के तसलसुल को बरक़रार रखना चाहीए । इस कनवेनशन को जनाब अनवर अली ख़ां रुकन डी ए वे पी पैनल एडवाइज़री कमेटी ने भीमुख़ातब किया और छोटे और मुतवस्सित अख़बारात की नुमाइंदगी करते हुए कहा कि क़ानून में तरमीम लाते हुए छोटे अख़बारात को तमाम पाबंदियों से मुस्तसना(अलग) रखना चाहीए । इनकम सरटेफ़ेकट और दूसरी नई पाबंदियों से छोटे अख़बारात के लिये रियायत रखना और डी ए वे पी के बक़ाया जात को फ़िलफ़ौर अदा करना चाहीए । इस पर डायरैक्टर जनरल DAVP ने अंदरून एक महीना तमाम बक़ाया जात की अदाएगी का ऐलान किया ।साबिक़ गवर्नर मिस्टर भीष्म नारायण सिंह और दूसरों ने भी मुख़ातब किया ।

फेडरेशन के कल हिंद सदर मिस्टर गुरेंद्र सिंह ने भी मुख़ातब किया । उन्हों ने मर्कज़ी और रियासती हुकूमतों पर ज़ोर दिया कि इन अख़बारात को इश्तिहारात की इजराई के सिलसिले मेंमुंसिफ़ाना और फ़राख़दिलाना रविष इख़तियार करे । दो रोज़ा इस इजलास में छोटे औरमुतवस्सित अख़बारात के रोल पर भी एक समेनार मुनाक़िद किया गया । मिस्टर गुरेंद्र सिंह को तीसरी मीआद के लिये सदर चुना गया और रियासती यूनिटों के सदूर का इंतिख़ाब भी अमल में आया । मिस्टर अनवर अली ख़ां का आंधरा प्रदेश के सदर की हैसियत से तीसरीमर्तबा इंतिख़ाब अमल में आया । ए पी से रियासती सदर जनाब अनवर अली ख़ां के इलावामसरज़ हादी रहील , मुहम्मद अकबर , अफ़ज़ल अलुद्दीन अख़तर , शफ़ी इक़बाल , सय्यदशहरयार , हुसैन काज़मी , सय्यद एज़ाज़ मुहम्मद , सय्यद फरीद अल्लाह हुसैनी , मुहम्मदयूसुफ़ , मुहम्मद अशर्फ़ वफ़द में शामिल थे ।।