‘साइकिल’ की लड़ाई पहुंची चुनाव आयोग, सपा के चुनाव चिन्ह पर लग सकती है रोक

समाजवादी पार्टी की लड़ाई अब चुनाव आयोग तक जा पहुंची है। मुलायम सिंह यादव ने चुनाव आयोग को आज हुए अधिवेशन के अवैध और असंवैधानिक होने की जानकारी दी। उन्होंने साथ ही कहा कि अधिवेशन में लिए गए फैसले मान्य नहीं होंगे। कल इस बारे में मुलायम, शिवपाल और अमर सिंह बैठक करने के बाद चुनाव आयोग में अपना पक्ष रख सकते हैं।

सूत्रों के अनुसार अखिलेश यादव गुट सोमवार को चुनाव आयोग में राष्ट्रीय अधिवेशन की जानकारी और पार्टी में हुए बदलावों के बारे में बताएगा। इसके साथ ही अखिलेश गुट पार्टी के चुनाव चिन्ह पर दावा पेश करेगा।

सपा के चुनाव चिन्ह ‘साइकिल’ पर अपना-अपना दावा करने के चलते आशंका जताई जा रही कि विधानसभा चुनाव से पहले उस पर रोक लग सकती है। हालांकि, पर्यवेक्षकों का मानना है कि अखिलेश वाले धड़े को चुनाव चिन्ह पर दावा करने के लिए चुनाव आयोग के पास जाना होगा, क्योंकि आयोग के रिकार्ड में मुलायम सिंह यादव और अन्य पदाधिकारियों का नाम होगा।

यदि चिन्ह पर अखिलेश दावा करते हैं, तो ऐसी स्थिति में आयोग को दूसरे पक्ष को नोटिस देना होगा और इस पर फैसला करने से पहले दोनों पक्षों को सुनना होगा। विशेषज्ञों का मानना है कि ऐसी स्थिति में यदि चुनाव आयोग किसी एक पक्ष को चिन्ह देने के फैसले पर नहीं पहुंच पाता है तो वह इस पर रोक लगा सकता है, ताकि चुनावों के दौरान किसी पक्ष को अतिरिक्त लाभ ना हो।

इस बीच लखनऊ में पत्रकारों से अनौपचारिक बातचीत में शिवपाल ने कहा कि मैं मरते दम तक नेताजी के साथ रहूंगा। मैं नेताजी का साथ कभी नहीं छोड़ सकता। शिवपाल ने कहा कि पार्टी सिंबल को लेकर कोई लड़ाई नहीं। साइकिल चुनाव चिन्ह हमारा है। सिंबल मामले में हम कोर्ट नहीं जाएंगे।