साइबर सीक्योरिटी पर वज़ीर-ए-आज़म का जायज़ा इजलास

वज़ीर-ए-आज़म मनमोहन सिंह की ज़ेर-ए-क़ियादत मुल्क के हस्सास साइबर नेट वर्क़स की सीक्योरिटी का एक जायज़ा इजलास मुनाक़िद (आयोजित) हुआ। ये इजलास ( सभा) हैकर्स की जानिब से मुसलसल हमलों के पस-ए-मंज़र में मुनाक़िद हुआ है।

क़ौमी सलामती कौंसल के इस इजलास में समझा जाता है की मुल्क के साइबर आर्किटेक्चर के तहफ़्फ़ुज़ के लिए मुख़्तलिफ़ इक़दामात पर ग़ौर-ओ-ख़ौज़ किया गया। हैकर्स की जानिब से साइबर हमलों को रोकने और मुल्क के ख़िलाफ़ साइबर जराइम ( अपराध) के इंसिदाद ( निवारण) के लिए मुतबादिल कोशिश करने पर तबादला-ए-ख़्याल किया गया।

वज़ीर-ए-दिफ़ा ( रक्षा मंत्री) ए के अनटोनी और क़ौमी सलामती मुशीर ( राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार) शिव शंकर मेनन ने भी इजलास ( सभा) में शिरकत की। एन एस ए ने हाल ही में कहा था कि मर्कज़ी हुकूमत ( केंद्र सरकार) साइबर हमलों के हल्लाफ़ ( वह व्यक्ती) तहफ़्फुज़ाती अमल फ़राहम करने के लिए अपनी सलाहीयतों को फ़रोग़ दिया है जो आख़िरी मराहिल (पड़ाव) में है।

हुकूमत की वेब साईट्स और नेटवर्क़्स ( Net works) को मुख़्तलिफ़ हैकर्स से ख़तरा लाहक़ है।