साज़िश का शाख़साना , नवीन पटनायक वज़ारत के एक और वज़ीर की बरतरफ़ी

वज़ीर-ए-आला ओडीशा नवीन पटनायक हाउसिंग-ओ-अर्बन डेवलपमेंट के वज़ीर शारदा प्रसाद नायक को भी बरतरफ़ ( बर्खास्त) कर दिया । याद रहे कि सिर्फ तीन रोज़ क़ब्ल मिस्टर पटनायक ने दीगर ( अन्य) दो वुज़रा को भी मुख़ालिफ़ पार्टी और नाराज़गी पैदा करने वाली सरगर्मीयों में मुलव्वस होने पर बर्ख़ास्त कर दिया था ।

अख़बारी नुमाइंदों ( पत्रकारों) से बात करते हुए नवीन पटनायक ने कहा कि उन्होंने गवर्नर ( राज्यपाल) को एक मकतूब तहरीर करते हुए शारदा प्रसाद व नायक को बरतरफ़ ( बर्खास्त) करने की दरख़ास्त की है । उन्होंने कहा कि बदउनवानीयों को तो छोड़िये ,शारदा प्रसाद पर जो इल्ज़ामात आइद किए ( लगाये) गये हैं वो इंतिहाई संगीन नौईयत के हैं ।

मकतूब ( खत/पत्र) में उन्होंने गवर्नर से ये भी दरख़ास्त की है कि हाउजिंग-ओ-अर्बन डेवलपमेंट के क़लमदान को उन के (नवीन)पास रहने दिया जाये । याद रहे कि माह फरवरी में रियासत ( राज्य) में ज़हरीली शराब के अलमीया (दु:खांत) के बाद काबीना से ए यू सिंह देव के इस्तीफ़ा के बाद शारदा प्रसाद नाविक को महकमा एक्साइज़ की ज़ाइद ज़िम्मेदारी सौंपी गई थी ।

नवीन पटनायक जिन्होंने दीगर ( अन्य) दो वुज़रा अंजली बेहरा और संजीव साहू को पहले ही बरतरफ़ कर दिया था लेकिन जब मिस्टर पटनायक को ये मालूम हुआ कि उन्हें इक़तिदार (शासन) से बेदख़ल करने की साज़िश में मुबय्यना तौर ( कथित तौर) पर नाविक भी मुलव्वस थे तो उन्होंने नाविक के पर भी कतर दीये ।

एक क़बायली एम एल ए के ब्यान के मुताबिक़ मिस्टर नाविक ने रोड़ किला के एक होटल में एम एल एज़ का इजलास मुनाक़िद ( सभा आयोजित) करने में अहम ( मुख्य) रोल अदा किया था जहां नवीन पटनायक हुकूमत को बेदख़ल करने के लिए मुबय्यना तौर पर एक साज़िश तैयार की गई थी उस वक़्त वज़ीर-ए-आला ( मुख्य मंत्री) नवीन पटनायक बर्तानिया के सरकारी दौरे पर थे।