वज़ीर-ए-दिफ़ा ए के अनटोनी और फ़ौजी सरबराह जनरल वी के सिंह ने साबिक़ फ़ील्ड मार्शल आँजहानी साम मानक शह के 98 वें यौम-ए-पैदाइश पर ईसाई क़ब्रिस्तान पहुंच कर उन की क़ब्र पर गुलहाए अक़ीदत पेश किए। इस मौक़ा पर मिस्टर अनटोनी ने कहा कि मुसल्लह अफ़्वाज की कई नसलों के लिए साम मानक शह हमेशा एक रोल मॉडल रहेंगे और उन की फ़ौजी ज़िंदगी से उन्हें तहरीक मिलती रहेगी। मुल्क के अवाम साम मानक शह के कारनामों को कभी फ़रामोश नहीं कर सकते। ख़ुसूसी तौर पर 1971 में हुई हिन्द पाक जंग जिसके बाद बंगला देश के नाम से एक नया मुल्क आलमी नक़्शा पर ज़ाहिर हुआ था।