साबिक़ सेहत वज़ीर राजेंद्र सिंह के खिलाफ सीबीआई तहक़ीक़ात

रिनपास के डाइरेक्टर की तकर्रुरी में हुई गड़बड़ी को लेकर सीबीआई ने रियासत के साबिक़ सेहत वज़ीर राजेंद्र सिंह, साबिक़ सेहत सेक्रेटरी बीके त्रिपाठी और रिनपास के डाइरेक्टर इंचार्ज) डॉ अमूल रंजन सिंह के खिलाफ प्रीलिमिनरी इंक्वायरी (पीइ) दर्ज कर ली है।

इसके साथ ही महकमा ने तकर्रुरी में हुई गड़बड़ी की जांच शुरू कर दी है। निगरानी थाने के थानेदार डीएसपी किशोर तिर्की को मामले का जांच अफसर बनाया गया है। निगरानी के एडीजी नीरज सिन्हा ने बताया कि जांच अफसर को जल्द से जल्द रिपोर्ट देने की हिदायत दिया गया है। रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की जायेगी।

क्या है इल्ज़ाम

सेहत महकमा की तरफ से अमूल रंजन को रिनपास के डाइरेक्टर का इंचार्ज दिये जाने को लेकर निगरानी अदालत में शिकायत दर्ज करायी गयी थी। इसमें कहा गया था कि डॉ अमूल रंजन इस ओहदे के लिए जरूरी काबलियत नहीं रखते। शिकायत करने वाला ने इल्ज़ाम लगाया था कि मौजूदा सेहत वज़ीर राजेंद्र सिंह और सेहत सेक्रेटरी बीके त्रिपाठी ने साजिश रच कर अमूल रंजन को रिनपास का डाइरेक्टर बना दिया। कहा गया था कि डॉ अमूल रंजन के पास एमबीबीएस और मेंटल डॉक्टर की डिग्री नहीं है। वह क्लिनिकल साइकोलॉजिस्ट हैं, जो किसी भी मेंटल अदारे का डाइरेक्टर बनने की काबलियत नहीं रखता। मामले की सुनवाई के बाद गुजिशत हफ्ते निगरानी अदालत ने महकमा को जांच करने का हुक्म दिया था।