साबिक़ ज़िराअत वज़ीर और बड़कागांव एमएलए योगेन्द्र साव को जुमेरात को जेपी सेंट्रल जेल से इंचार्ज एसडीजेएम गरिमा मिश्रा की अदालत में पेश किया गया।
उनके साथ दीगर मुल्जिमान नकुल साव, रामचन्द्र साव, धीरेन्द्र साव, संदीप साव, प्रकाश साव, पवन कुमार और राजकुमार गुप्ता उर्फ राज को भी अदालत लाया गया। इसके बाद एमएलए समेत तमाम को तेरह दिनों के अदालती हिरासत में जेल भेज दिया गया। उन्हें अब 22 अक्तूबर को कोर्ट में पेश किया जाएगा। जमानत दरख्वास्त पर हुई सुनवाई एमएलए योगेन्द्र साव की जमानत दरख्वास्त जुमेरात को एसडीजेएम अदालत में दाखिल किया गया। योगेन्द्र साव की तरफ से उनके वकील किशोरी मोहन प्रसाद ने उनके बेगुनाह होने की बात कही।
हुकूमत की तरफ से असिस्टेंट पब्लिक प्रोस्क्यूटर ने केस डायरी की मांग की। अदालत ने दोनों फरीकों को सुनने के बाद सीआईडी से केस डायरी तलब कर जमानत दरख्वास्त पर सुनवाई की अगली तारीख 20 अक्तूबर तय की है।
योगेन्द्र साव को बीमार बताते हुए उन्हें इलाज के लिए रिम्स रांची में एड्मिट किए जाने की गुजारिश कोर्ट से की गई। इस दरख्वास्त में पहले से रिम्स में एड्मिट होने का हवाला देते हुए कहा गया कि उनका इलाज कर रहे डॉ उमेश प्रसाद ने सीबीसी, ईएसआर, ब्लड शुगर, यूरीन, एलएफटी, आरएफटी और लिपिड प्रोफाइल जैसे कई तरह के जांच लिखे थे, जो नहीं हो सके हैं।
इस पर अदालत ने हुक्म दिया कि साबिक़ वज़ीर के पूरे इलाज के लिए पहले ही जेल डॉक्टर, हजारीबाग को हिदायत भेजा जा चुका है। बेटे से नहीं मिल पाने का गम है वालिद को अपने बेटे योगेन्द्र साव से नहीं मिल पाने का दुख वालिद लक्ष्मण साव की आंखों में साफ झलक रहा था। जेल से सख्त सेक्युर्टी निज़ाम में लाए गए योगेन्द्र साव को कोर्ट अहाते में किसी से मिलने नहीं दिया गया। जबकि उनके वालिद समेत चाचा और दीगर रिश्तेदार मिलने के ख्याल से सुबह से ही अदालत पहुंच गए थे।
वोट पर चोट कर आवाम करेगी इंसाफ
साबिक़ वज़ीर योगेन्द्र साव ने जेल वैन के अन्दर से ही कहा कि आवाम सब देख रही है। आइंदा एसेम्बली इंतिख़ाब के मद्देनजर कहा कि आवाम वोट पर चोट करके इंसाफ करेगी और उन्हें आवाम के इंसाफ के साथ ही अदालत पर पूरा भरोसा है।
हिमायतों ने लगाए जिन्दाबाद के नारे योगेन्द्र साव की पेशी को लेकर उनके हिमायत भारी तादाद में कोर्ट पहुंचे थे। जैसे ही कोर्ट हाजत से उन्हें निकालकर कोर्ट ले लाया जाने लगा हिमायती योगेन्द्र साव जिन्दाबाद के नारे लगाने लगे।