‘साहब! 10 हजार करोड़ रुपए मेरे नहीं बल्कि चंद्रायंगुट्टा बाबा के हैं ‘:बी लक्ष्मण राव

हैदराबाद 09 दिसंबर: साहब! यह 10 हजार करोड़ रुपये मेरे नहीं बल्कि ‘चंद्रायंगुट्टा बाबा’ के हैं! बी लक्ष्मण राव जिसने 10 हजार करोड़ रुपये के अवैध धन ब्लैक मनी रखने का दावा किया था। बताया जाता है कि पुलिस और आईटी जांच के समक्ष किसी चंद्रायंगुट्टा के बाबा का नाम लिया है। पुलिस गहराई में पहोनचकर जांच कर रही है।

बाबा की गिरफ्तारी के बाद से ही तथ्यों से पर्दा उठेगा कि यह सारी दौलत उसकी है या किसी समूह की है। गैर परिकलित संपत्ति का स्वेच्छा से खुलासा करने वाले गुजरात के महेश शाह के बाद हैदराबाद के बी लक्ष्मण राव सारे देश में चर्चा का विषय बने हुए हैं।

आयकर अधिकारियों ने दो तीन दिन तक लक्ष्मण राव के घर और अन्य स्थानों पर धावा करते हुए उनकी आय और संपत्ति की जांच की है और कई डाक्यूमेंटस को अपनी हिरासत में ले लिया है। जांच में यह बात सामने आई कि भारतीय लक्ष्मण राव की वार्षिक आय 10 लाख से कम और आंतरिक 12 दिवस नकली अस्नादात का उपयोग कर के इसे चार कंपनियों का निदेशक बना दिया गया था।

आयकर की जांच में बी लक्ष्मण राव ने पल अंत तक खुलासा कीया के धन उसी की है हालांकि आयकर और पुलिस ने जब अपने ढंग से जांच की तो वह तथ्यों को स्वीकार कर लिया कि वह अपने धन नहीं है बल्कि यह 10 हजार करोड़ रुपये की धन विधानसभा क्षेत्र चंद्रायंगुट्टा से संबंधित बारकस बाबा की है।

आयकर और पुलिस को बाबा मतलूब है और उसको अपने वश में लेने के लिए कई टीमें बना कर तलाशी अभियान शुरू कर दिया है। बावसूक़ ज़राए से पता चला है कि यह बाबा ने हवाला कारोबार से ख़तीर रक़म विदेश रवाना की है और यह सालों साल से चल रहा है। व्यावहारिक राजनीति से संबंधित रखने वाले बाबा के कई दोस्त भी हैं कि एक समूह की तरह काम करते हैं।

अवैध धन का खुलासा करने वालों पर आरबीआई और केंद्रीय वित्त मंत्री विशेष नजर रखी हुई है और इस मामले को जहां पुलिस और आयकर विभाग समीक्षा ले रही है। तथ्यों की तह तक पहुंचने के लिए सीबीआई को शामिल करने पर विचार कर रही है। बी लक्ष्मण राव की ओर से आयकर और पुलिस के सामने तथ्य पेश करने के बाद उसकी दवारा अपनी ब्लैक मनी को वाइट करने वालों की नींदें उड़ गई हैं।

अब तक अपनी अवैध धन को बचाने की कोशिश करने वाले अब खुद की रक्षा की चिंता में छुप छुप कर फिर रहे हैं क्योंकि यह धन उन्हें जेल के सलाखों के पीछे भी पहुंचा सकती है। बी लक्ष्मण राव के अलावा उनके चार्टर्ड अकाउंटेंट लक्ष्मी नारायना भी जांच के दौरान कई तथ्यों पर से पर्दा उठाया है जो पुलिस और आयकर अधिकारियों को जांच में बेहद उपयोगी साबित हो रही है। दोनों गवाहों और खुलासे के बाद पुलिस और आयकर अधिकारियों ने अपनी जांच और तलाशी अभियान में तेज पैदा कर दी है। सूत्रों से पता चला है कि पुलिस बाबा को बहुत जल्द गिरफ्तार करते हुए सारे प्रकरण को सामने लाने में व्यस्त हो गई है।