एक ज़लज़ले का झटका जिसकी शिद्दत रीख़तर पैमाने पर 5 रिकार्ड की गई ,सिक्किम को दहलाने की वजह बन गया। इसका मब्दा 27.4 दर्जा शुमाली अर्ज़ बुलद और 88.5 दर्जा मशरिक़ी तूल बलद पर वाक़्य था।
एक ज़लज़ले का झटका जिसकी शिद्दत रीख़तर पैमाने पर 5 रिकार्ड की गई ,सिक्किम को दहलाने की वजह बन गया। इसका मब्दा 27.4 दर्जा शुमाली अर्ज़ बुलद और 88.5 दर्जा मशरिक़ी तूल बलद पर वाक़्य था।