सियोल सोसाइटी और हुकूमत के दरमयान नफ़रत नामुनासिब

नई दिल्ली, 26 अक्तूबर (पी टी आई) (ज़राए इबलाग़ मैं बयानबाज़ी से गुरेज़ बेहतर,लोक पाल मसला पर सलमान ख़ुरशीद का रद्द-ए-अमल)अना हज़ारे के साथीयों और कांग्रेस पार्टी के दरमयान लोक पाल मसला पर सफ़ आराई के दौरान मर्कज़ी वज़ीर-ए-क़ानून सलमान ख़ुरशीद ने आज कहा कि सियोल सोसाइटी और हुकूमत के दरमयान नफ़रत की हौसलाअफ़्ज़ाई नहीं की जानी चाहिए।

सलमान ख़ुरशीद ने कहा कि बातें कही जाएंगी और अवाम ये समझें कि उन्हें भी कुछ ना कुछ कहना चाआई। मैं नहीं समझता कि ज़राए इबलाग़ के तवस्सुत से इस किस्म के मुज़ाकरात में दोनों को मुलव्वस होना चाहिए।

उन्होंने कहा कि बराहे करम सियोल सोसाइटी और हुकूमत के दरमयान शदीद इख़तिलाफ़ात पैदा करने की कोशिश ना की जाईजू भी सियोल सोसाइटी और हुकूमत के दरमयान इख़तिलाफ़ात पैदा करने की कोशिश करता है, वो मुआशरे के मुफ़ाद में नहीं है।

उन्होंने कहा कि दोनों फ़रीक़ैन के पास रास्त तरसील के कई ज़राए मौजूद हैं। उन्होंने यक़ीन ज़ाहिर किया कि कई ज़राए हैं जिन के तवस्सुत से रास्त बातचीत मुम्किन है। उन्हों ने कहा कि वो नहीं समझते कि हुकूमत को सियोल सोसाइटी से नफ़रत रखनी चाहीए और इस से दूरी इख़तियार करनी चाहिए।

कल हिंद कांग्रेस के जनरल सैक्रेटरी डग वजए सिंह ने कल किरण बेदी के ब्यान का मुज़हका उड़ाया था कि उन्हों ने इन जी औज़ और दीगर मेज़बानों से किराया के सिलसिले में जो ज़ाइद रक़म हासिल की थी, वापिस कर देंगी।
अना हज़ारे ने कल किरण बेदी का दिफ़ा करते हुए कहा था कि फ़िज़ाई सफ़र में कुरप्शन के इल्ज़ामात के पसेपर्दा हुकूमत में शामिल चार का गिरोह है । सलमान ख़ुरशीद ने कहा कि अना हज़ारे के साथीयों के ख़िलाफ़ मुहिम के पसेपर्दा हुकूमत और चार का गिरोह होने का इल्ज़ाम भी नामुनासिब है।