सिविंग मशीन घरेलू ख़वातीन के लिए ख़ुद रोज़गार स्कीम का बेहतरीन ज़रीया

ख़वातीन अपने घर से सिलाई मशीन के इस्तिमाल के ज़रीया मआशी हालत सुधार सकती हैं । जब मआशी हालत अच्छी होगी तो अच्छी तालीम का भी इंतिज़ाम कर सकते हैं । सिविंग मशीन घरेलू ख़वातीन के लिए ख़ुद रोज़गार स्कीम का एक मौक़ा है । इस से भरपूर इस्तिफ़ादा करना चाहीए । इन ख़्यालात का इज़हार जनाब ज़ाहिद अली ख़ान ऐडीटर सियासत ने आज यहां महबूब हुसैन जिगर हाल अहाता सियासत आबिडस में सिविंग मशीन की तक़सीम के जलसा से ख़वातीन को मुख़ातब करते हुए किया और कहा कि आज इदारा सियासत के तेहत 61 सिलाई मशीन की क़ुरआ अंदाज़ी अंजाम दी गई।

उन्हों ने अपनी तक़रीर में कहा कि पुराने शहर के मुस्लिम ख़वातीन की हालत इंतिहाई पसमांदा है ना सिर्फ तालीमी बल्कि वो मआशी तौर पर भी पसमांदा हैं । 61 सिलाई मशीनों के लिए 800 दरख़ास्तें मौसूल हुई और हमारी ये कोशिश रहेगी कि हर दरख़ास्त गुज़ार को सिलाई मशीन दी जाय। इस स्कीम के लिए मुख़्तलिफ़ अस्हाब ख़ैर को भी वाक़िफ़ करवाते हुए उन को तरग़ीब दी जाएगी । यके बाद दीगरे 61 61 के ज़रीया तमाम दरख़ास्त गुज़ारों को सिविंग मशीन सरबराह की जाएगी।

जनाब ज़ाहिद अली ख़ां ने सिलसिला तक़रीरजारी रखते हुए कहा कि ये सिविंग मशीन की तक़सीम स्कीम पुराने शहर के मोग़लपूरा से शुरू की गई और इस को मज़ीद वुसअत दी जाएगी । पुराने शहर में ख़वातीन के लिए मुख़्तलिफ़ 17 शोबा जात की ट्रेनिंग मुफ़्त फ़राहम की जाएगी । जिस में कटिंग डिज़ाइनिंग मेहंदी फ़ाइबरक वर्क़्स वग़ैरा शामिल हैं ।

उन्हों ने इस बात पर इज़हार मुसर्रत किया कि आज यहां बड़ी तादाद में बुर्क़ापोश ख़वातीन की शिरकत इस बात की अक्कासी करती है वो ज़रीया मआश के मतलाशी हैं और इस सिलाई मशीन के हुसूल के ज़रीया वो अपनी मईशत को सुधारना चाहती हैं ताकि ख़ुद रोज़गार स्कीम पर अमल पैरा हो सकें । इस मौक़ा पर 61 सिलाई मशीनों के लिए 800 दरख़ास्त गुज़ारों में क़ुरआ अंदाज़ी की गई ।

पहला नाम रनमसत पूरा के फ़र्हत बेगम का निकला जो ख़ुशनसीब इस तक़रीब में मौजूद थी । इस तरह जुमला 61 मशीनों के लिए नामों का क़ुरआ अंदाज़ी के ज़रीया ऐलान किया गया । इन तमाम उमोर की निगरानी जनाब मुस्तफा अहमद चीफ़ अकाउनटेनट रोज़नामा सियासत ने की । जो दरख़ास्त गुज़ार मौजूद थे उन को फ़ौरी सिलाई मशीन दी गई ।

इस मौक़ा पर मुहम्मद हाजी रशीद उद्दीन रशीद सेमाजी कारकुन अबदुल सत्तार मुजाहिद मौजूद थे । जनाब अबदुल क़ुद्दूस ने मुआवनत की ।जिन ख़वातीन के नाम क़ुरआ अंदाज़ी में निकले और वो मौजूद ना थे वो अपने शनाख़ती सबूत के साथ आज 24 अप्रैल शाम 4 बजे दफ़्तर सियासत से रुजू होकर अपने मशीन हासिल कर सकते हैं ।

फ़हरिस्त को अंदरूनी सफ़हात पर मुलाहिज़ा किया जा सकता है । इस प्रोग्राम में मुनीर अहमद एम ए हमीद शेख़ मुही उद्दीन मुहम्मद जावेद आमिर ने मुआवनत की ।