पाकिस्तानी क्रिकेट टीम के कप्तान मिसबाह-उल-हक़ ने हरारे टेस्ट में 221 रंस से कामयाबी के बाद अपने नाक़िदीन को आड़े हाथों लेना शुरू कर दिया है।
पी सी बी के चेयरमेन नजम सेठी ने भी सीनियर खिलाड़ियों को आराम का मश्वरा देने वाले खिलाड़ियों को आड़े हाथों लिया है। मिसबाह-उल-हक़ का कहना है कि पाकिस्तान में बाज़ अफ़राद सीनियरस को ना खिलाने की बातें कररहे थे। नजम सेठी ने कहा कि खिलाड़ियों को बूढ़े तोते कहने वाले सीनियर्स की कारकर्दगी देखें।
हरारे टेस्ट के इख़तताम पर मिसबाह-उल-हक़ ने उन माहिरीन और साबिक़ खिलाड़ियों के ख़िलाफ़ नाराज़ी का इज़हार करते हुए कहा कि पाकिस्तान में बाज़ उसे लोग हैं जो ये कहते रहे कि ज़िम्बाब्वे की सीरीज़ में सीनियरज़ खिलाड़ियों को नहीं शामिल करना चाहिए था, तन्क़ीद करने वाले देख लें कि अगर में, सईद अजमल और यूनुस ख़ान पहले टेस्ट में कारकर्दगी ना दिखाते तो टीम का क्या हश्र होता।
जूनियर खिलाड़ियों की अक्सरियत नाकाम रही। वाज़िह रहे कि हरारे टेस्ट में मिसबाह-उल-हक़ ने 53 और 52 रंस बनाए जबकि यूनुस ख़ान ने 3 और 200 नाट आउट रंस की इनिंगस खेली। सईद अजमल ने मैच में ग्यारह खिलाड़ियों को आउट किया। मिसबाह-उल-हक़ ने कहा कि टीम की कारकर्दगी में मुसलसल बेहतरी आरही है बिला वजह सीनियर्स को निशाना बनाया जा रहा है।