कांग्रेस क़ियादत की तरफ से तशकीले तेलंगाना के फैसले पर अटल रहने के फैसले के बाद ऐसा लगता है के सीमांध्र के कांग्रेस क़ाइदीन भी अब तक़सीम रियासत के फैसले को कुबूल करलींगे क्यूंकि रियासत की तक़सीम अब तक़रीबन यक़ीनी होगई है।
दो माह के मुसलसिल एहतेजाज के बाद सीमांध्र के क़ाइदीन ये महसूस करचुके हैंके तक़सीम रियासत नागुज़ीर होचुकी है। अब ये क़ाइदीन मर्कज़ी वुज़रा अरकान पार्ल्यमंट वगैरह सीमांध्र इलाके के लिए मुआवज़ा के तौर पर पैकेज हासिल करने पर तवज्जा मर्कूज़ कर रहे हैं।
मालूम हुआ हैके ये क़ाइदीन सात रुकनी वज़ारती ग्रुप से मुलाक़ात की तैयारी कर रहे हैं। ये क़ाइदीन वज़ारती ग्रुप की तवज्जा सीमांध्र अवाम की तशवीश की सिम्त मबज़ूल करवाएंगे खास तौर पर दरियाओं के पानी मालिया बर्क़ी की तक़सीम और हैदराबाद के मौक़िफ़ के ताल्लुक़ से नुमाइंदगी की जा सकती है।
मर्कज़ी वुज़रा में ये एहसास बढ़ता जा रहा हैके रियासत की तक़सीम नागुज़ीर है। चार मर्कज़ी वुज़रा ने जो तक़सीम के फैसले के ख़िलाफ़ स्तीफ़े भी पेश करचुके हैं इस नतीजे पर पहूंच चुके हैंके वो रियासत की तक़सीम को रोक नहीं पाएंगे।
मर्कज़ी मिनिस्टर आफ़ स्टेट डी पोरनदेशोरी वो पहली वज़ीर थीं जिन्हों ने कहा था कि तक़सीम रियासत हक़ीक़त होगी और जो कुछ होने वाला है इसे रोकने का मुतालिबा करना फ़ुज़ूल होगा।
ये वाज़िह करते हुए कि वो मुत्तहदा आंध्र की कट्टर हामी हैं उन्होंने कहा था कि वज़ारती ग्रुप से ये नुमाइंदगी की जाएगी कि रियासत की तक़सीम के बाद सीमांध्र के मुफ़ादात का तहफ़्फ़ुज़ किया जाये।
वो अब दूसरे वुज़रा के साथ मिल कर ये कोशिश कर रही हैं कि सीमांध्र के लिए एक ख़ुसूसी पैकेज हासिल किया जाये जिस में नए दार रुल हुकूमत के क़ियाम के लिए फ़ंडज़ भी शामिल हूँ।
सीमा आंध्र से ताल्लुक़ रखने वाले दूसरे मर्कज़ी वुज़रा भी उनसे इत्तिफ़ाक़ करते हैं। के कुरूपा रानी ने भी कहा था कि वो नहीं समझतीं कि उनके स्तीफ़ों की वजह से रियासत को मुत्तहिद रखा जा सकता है।
बेशतर मह्कमाजात के सरकारी मुलाज़िमीन की हड़ताल से दसतबरदारी के नतीजे में मुत्तहदा आंधरा एहतेजाज की शिद्दत में भी कमी वाइ होगई है।
दो माह के बाद सीमांध्र में बसें चलनी शुरू होगईं। आर टी सी मुलाज़मीन ने हड़ताल ख़त्म करदी है। असातिज़ा की हड़ताल ख़त्म होने से स्कूलस और कॉलेजस खुल गए हैं। पिछ्ले चंद दिनों के दौरान रियासती क़ाइदीन के भी रवैय्ये में नरमी आई है।