सीमांध्र क़ाइदीन का 23 जनवरी के बाद मुस्तक़बिल पर ग़ौर

नई पार्टी के क़ियाम की अफ़्वाहों को ख़त्म करते हुए चीफ मिनिस्टर एन किरण कुमार रेड्डी ने आज कहा कि सीमांध्र से ताल्लुक़ रखने वाले कांग्रेस के अरकाने असेंबली और क़ाइदीन 23 जनवरी के बाद दो रोज़ा मीटिंग मुनाक़िद करते हुए अपने मुस्तक़बिल के ताल्लुक़ से तबादला ख़्याल करेंगे।

आज असेंबली मीटिंग के बाद मीडिया से गैर रस्मी बात चीत करते हुए किरण कुमार रेड्डी ने कहा कि कई अरकाने असेंबली और क़ाइदीन ने इस ख़्याल का इज़हार किया है कि इन का रियासत की तक़सीम के बाद कांग्रेस में कोई मुस्तक़बिल नहीं है।

जब वो मशरिक़ी गोदावरी ज़िला को गए थे उस वक़्त अरकाने असेंबली और कई क़ाइदीन ने उनकी नाराज़गी का इज़हार किया था। वो ( किरण कुमार रेड्डी ) इन नाराज़ क़ाइदीन से कह चुके हैं कि हम 23 जनवरी के बाद दो दिन के लिए बैठ कर अपने मुस्तक़बिल पर तबादला ख़्याल करेंगे।

उनकी तरफ से एक नई सियासी जमात के क़ियाम के ताल्लुक़ से सवाल पर चीफ मिनिस्टर ने कहा कि जो तए होचुका है इस से आगे कुछ नहीं है। इस से आगे सिर्फ़ मीडिया की कयास आराईयां हैं।

उन्होंने कहा कि ये एसा मसला नहीं है जिस पर एसी आसानी के साथ तबादला ख़्याल किया जा सके। हम को पहले इस के असरात और दुसरे उमूर पर ग़ौर करना चाहीए।

सभी बातों-ओ-पहलूओं को नज़र में रखना चाहीए। ये एसा मसला है जो कई अफ़राद से ताल्लुक़ रखता है। कुछ अरकाने असेंबली के कांग्रेस से इन्हिराफ़ से मुताल्लिक़ सवाल पर उन्होंने कहा कि तीन साल पहले उनके चीफ मिनिस्टर बनने के बाद से 30 अरकाने असेंबली इन्हिराफ़ करचुके हैं ताहम वो उसको रोक नहीं सकते।

उन्होंने ताहम कहा कि अब उन्हें एसी कोई इत्तेला नहीं है कि मज़ीद अरकाने असेंबली इन्हिराफ़ करना चाहते हैं। किरण कुमार रेड्डी ने इस ख़्याल से इत्तेफ़ाक़ नहीं किया कि वो कांग्रेस हाईकमान की उमा पर ही तेलंगाना रियासत की इंतिहाई शिद्दत के साथ मुख़ालिफ़त कर रहे हैं।

उन्होंने कहा कि अगर एसा होता तो वो कांग्रेस वर्किंग कमेटी के फैसले से इख़तिलाफ़ क्यों करते । चीफ मिनिस्टर हालिया वक़्तों में मुसलसिल कहते रहे थे कि कई अवामिल एसे हैं जिन की वजह से रियासत की तक़सीम मुम्किन नहीं होगी।

उनसे जब सवाल किया गया कि आया वो अब भी इसी मौक़िफ़ पर क़ायम हैं तो उन्होंने रास्त कोई जवाब देने से गुरेज़ किया । उन्होंने कहा कि वो मुस्तक़बिल की पेश क़यासी नहीं करसकते।

आगे देखते हैं क्या होता है । इन इत्तेलाआत पर कि वो 23 जनवरी को सदारती बिल की वापसी की मोहलत ख़त्म होते ही असेंबली की तहलील की सिफ़ारिश करने का भी मंसूबा रखते हैं चीफ मिनिस्टर ने कहा कि देखते हैं क्या होता है।