सऊदी अरब के विदेश मंत्री अल जुबेइर ने पिछले सप्ताह कहा था की सीरिया में अमेरिका के सैनिकों की उपस्थिति के लिए क़तर को भुगतान करना होगा।
सऊदी विदेश मंत्री ने मंगलवार को कहा था की अगर कतर से अमेरिका अपनी सिक्यूरिटी को वापस लेता है तो कतर का शासन एक सप्ताह से भी कम समय में समाप्त हो जाएगा।
विदेश मंत्री अल जुबेइर ने एक बयान में यह भी कहा कि अमेरिका अपनी सिक्यूरिटी को कतर से वापस ले उससे पहले कतर को अपनी सेना को सीरिया में भेजना होगा। जो की इस क्षेत्र में अमेरिका की सैन्य सुरक्षा उपस्थिति को दर्शाता है।
सऊदी विदेश मंत्री के इस बयान के बाद क़तर के विदेश मंत्री मोहम्मद बिन अब्दुलरहमान अल ठानी ने कहा की “सऊदी अरब की चेतावनी – दोहा को सीरिया मे अमेरिका के समर्थन के लिए अपनी सेना को भेजना चाहिए- यह जवाब देने योग्य नहीं है।
आरटी ने विदेश मंत्री अल थानी का हवाला देते हुए कहा है की उन्होंने शनिवार को कहा है की सऊदी विदेश मंत्री का यह बयान जवाब देने योग्य नहीं है। उन्होंने यह भी कहा है की कतर इसे ख़ारिज करता है।
मिडिल ईस्ट मॉनिटर की खबरों के अनुसार कतर मे सबसे ज्यादा संख्या मे अमेरिकी सैनिक तैनात हैं। अल-उबेद अमेरिकी नेतृत्व के अभियान का केंद्र रहा है तो वहीं कतर की सेना क्षेत्र में सबसे छोटी है, जिसमे केवल 12,000 सैनिक हैं।
मिडिल ईस्ट मॉनिटर की खबरों के अनुसार पिछले साल कतर पर सऊदी अरब ने अमीरात,बहरीन और मिस्र के साथ मिलकर आरोप लगाया था की वह आतंकवाद संगठनों को वित्तपोषण देता है, जिसके बाद अरब चौकड़ी ने कतर के साथ अपने राजनयिक रिश्तों को समाप्त कर दिया था।