मीडिया रिपोर्टस के मुताबिक़ ऑल इंडिया इंस्टीट्यूट आफ़ मेडीकल साइंस (एम्स) के फ़ारनस्क डिपार्टमेंट के सरबराह डाक्टर सुधीर गुप्ता ने कहा था कि सुनंदा पुष्कर की मौत की रिपोर्ट में छेड़ छाड़ करने के लिए उन पर दबाव डाला जा रहा था।
याद रहे कि डाक्टर सुधीर गुप्ता वही शख़्स हैं जिन्होंने सुनंदा पुष्कर की नाश का पोस्टमार्टम करने वाले डाक्टरों की टीम की क़ियादत की थी। उन्होंने वज़ारत-ए-सेहत और चीफ विजिलेंस कमिशनर को दाख़िल करदा अपनी शिकायत में ये इल्ज़ाम आइद किया कि आला उहदेदारान उन पर मुसलसल दबाव डाल रहे थे|
सुनंदा की मौत को रिपोर्ट में तिब्बी मौत बनाया जाये लेकिन डाक्टर गुप्ता ने किसी दबाव में आए बगैर किया, उन्होंने बिल्कुल सहीह रिपोर्ट पेश की और इस में किसी भी नवीत की छेड़ छाड़ या तबदीली नहीं की और वाज़िह तौर पर बता दिया कि सुनंदा की मौत मनश्शियात की ज़ाइद मिक़दार इस्तिमाल करने से हुई जो ख़ुदकशी भी होसकती है और क़त्ल भी !