पटना जिला जज वीरेंद्र कुमार की अदालत में उस वक़्त अजीबोगरीब हालत पैदा हो गयी, जब जज के हुक्म से नाराज एक खातून रीता देवी ने उन पर मोबाइल फोन फेंक कर मारने की कोशिश किया। हालांकि, मोबाइल जज को नहीं लगा।
वह उनके इजलास के टेबुल पर जाकर गिरा। जिस वक़्त वाकिया हुई, उस वक़्त अदालत वकीलों से भरा था और जज पेशगी जमानत मंसूख करने की अर्ज़ी की सुनवाई कर रहे थे। वाकिया के फौरन बाद जज के हुक्म पर खातून को गिरफ्तार कर लिया गया। जिला जल के पेशकार अशोक कुमार के बयान पर खातून के खिलाफ सरकारी काम में रुकावट (दफा 353) पहुंचाने और आइपीसी की दफा 323/504/308 के तहत पीरबहोर थाने में मामला दर्ज किया गया है। गिरफ्तार कर खातून को पटना के पहले जमरे के अदालती मजिस्ट्रेट अनिल राम की अदालत में पेश किया गया, जहां जज ने उसे 22 मई तक अदालती हिरासत में बेऊर जेल भेज दिया।