नई दिल्ली : इलाहाबाद और फैजाबाद के बाद अब उत्तर प्रदेश सरकार एक और जिले का नाम बदल सकती है. प्रदेश के राज्यपाल राम नाईक ने सुलतानपुर जिले (Sultanpur) का नाम बदलकर कुशभवनपुर करने के लिए सीएम योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखा है. जानकारी के मुताबिक राज्यपाल ने यह पत्र बीते 28 मार्च को लिखा था. इस पत्र में कहा है, ‘राजपूताना शौर्य फाउंडेशन के प्रतिनिधि मण्डल द्वारा मुझसे मुलाकात कर एक पुस्तक ‘सुलतानपुर (Sultanpur) इतिहास की झलक’ तथा ज्ञापन दिनांक 25-03-2019 प्रदत्त किया गया है, जिसमें उन्होंने सुलतानपुर को हेरिटेज सिटी में शामिल किये जाने तथा उसका नामांतरण कर प्राचीन नाम कुशभवनपुर किये जाने का अनुरोध किया है’.
उन्होंने पत्र में कहा ‘‘उक्त ज्ञापन के साथ प्रदत्त पुस्तक के पृष्ठ संख्या : 4, 6, 16 एवं 202 की ओर विशेष रूप से ध्यानाकर्षण कराया गया है’. राज्यपाल राम नाईक ने पत्र में यह भी कहा ‘प्राप्त पुस्तक एवं पत्र की प्रति संलग्नकों सहित समुचित कार्यवाही हेतु प्रेषित है’. गौरतलब है कि प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने पिछले साल फैजाबाद का नाम बदलकर अयोध्या और इलाहाबाद का नाम प्रयागराज कर दिया था. सरकार का यह कदम खासी चर्चा का विषय रहा था. इससे पहले यूपी सरकार ने मुगलसराय रेलवे स्टेशन का नाम भी बदलकर पंडित दीनदयाल उपाध्याय के नाम पर रख दिया था.
इससे पहले बीजेपी विधायक जगन प्रसाद गर्ग ने आगरा शहर को लेकर मांग की थी कि आगरा को ‘आगरावन’ या ‘अग्रवाल’ नाम किया जाए. आगरा उत्तरी से बीजेपी विधायक जगन प्रसाद गर्ग ने सीएम योगी आदित्यनाथ को खत लिखकर यह मांग की थी. बीजेपी विधायक जगन प्रसाद गर्ग का कहना है कि आगरा का कोई महत्व नहीं है. आगरा को कहीं चेक कर के देख लीजिए. क्या महत्व है? कुछ भी नहीं है. पहले यहां बहुत वन थे. अग्रवालों का निवास था. और आज भी अग्रवालों की राजधानी है आगरा. यहां अग्रवाल समुदाय के लोग अधिक रहते हैं. तो इसका नाम आगरावन या अग्रवाल होना चाहिए.
उधर यूपी के मुजफ्फरनगर का बदलने को लेकर भी बीजेपी विधायक संगीत सोम ने पहल की थी. उनका कहना था कि मुजफ्फरनगर का नाम बदलकर लक्ष्मीनगर करने की लोगों की पहले से ही मांग है. मुजफ्फरनगर नाम एक नवाब मुजफ्फर अली ने किया था. लोगों की सदियों से मांग है कि इसका नाम लक्ष्मीनगर किया जाए.
संगीत सोम के अनुसार, “मुगलों ने यहां की संस्कृति को मिटाने का काम किया है. खासतौर से हिंदुत्व को मिटाने का काम किया है. हमलोग उस संस्कृति को बचाने के लिए काम कर रहे हैं. बीजेपी उसपे आगे बढ़ेगी.” इससे पहले बीजेपी की सहयोगी पार्टी शिवसेना ने शिवसेना ने औरंगाबाद का नाम संभाजी नगर और उस्मानाबाद का नाम धाराशिव करने की मांग कर चुकी है. बता दें कि इससे पहले गुजरात के अहमदाबाद शहर का नाम बदले जाने की बात आई थी. माना जा रहा है कि गुजरात सरकार अहमदाबाद का नाम कर्णावती रखने पर विचार