बुरूनी के सुल्तान ने एलान किया कि वो सख़्त इस्लामी फ़ौजदारी सज़ाओं को कल से नाफ़िज़ करेंगे। इस तरह उन्हों ने अंदरून मुल्क तन्क़ीद और बैरून मुल्क शदीद ब्रहमी को नजरअंदाज़ करते हुए शरई क़्वानीन के नफ़ाज़ के अपने मंसूबों पर अमल आवरी का आग़ाज़ कर दिया।
उन्हों ने एक फ़रमान जारी करते हुए कहा कि वो 1 मई 2014 से शरई क़्वानीन के पहले मरहले का नफ़ाज़ कर रहे हैं। इस के बाद दीगर मरहलों को नाफ़िज़ किया जाएगा। शरई क़्वानीन के नफ़ाज़ के बारे में उलझन पाई जाती है।